शाहजहांपुर: कनेक्शन के नाम पर मांगे 45 हजार रुपये, भड़की भाकियू ने आरोपी के निलंबन की उठाई मांग

शाहजहांपुर: कनेक्शन के नाम पर मांगे 45 हजार रुपये, भड़की भाकियू ने आरोपी के निलंबन की उठाई मांग
सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपते भाकियू चढ़ूनी गुट के पदाधिकारी और कार्यकर्ता।

शाहजहांपुर, अमृत विचार। निजी नलकूप के लिए कनेक्शन के नाम पर संविदा कर्मचारी ने एक किसान से 45 हजार रुपये की मांग कर दी। आरोप है कि रुपये नहीं देने पर जेई ने भी स्टीमेट बनाने में टालमटोल शुरू कर दी। जबकि लाइनमैन ने सर्वे करके रिपोर्ट जेई को भेज दी।

किसान से रुपये मांगने और कनेक्शन में लापरवाही का आरोप लगाते हुई भाकियू चढ़ृनी गुट ने अधीक्षण अभियंता के नहीं मिलने पर सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपकर संविदा कर्मचारी के निलंबन की मांग की है। आरोप है कि संविदाकर्मी ने झूठे मुकदमे में फंसाने और देख लेने की भी धमकी दी है।

शाहजहांपुर ब्लाक बंडा के गांव पिपरिया हरचंद निवासी अरविंद कुमार ने निजी नलकूप का कनेक्शन पाने के लिए दो जुलाई को ऑनलाइन आवेदन किया था। इसके बाद लाइनमैन ने सर्वे कर रिपोर्ट जेई को भेज दी। स्टीमेट बनाने की जिम्मेदारी जेई की थी।आरोप है कि जेई ने स्टीमेट बनाने के बजाय टालमटोल करनी शुरू कर दी। इसी दौरान एक संविदा कर्मचारी ने कनेक्शन के नाम पर 45 हजार रुपये की मांग कर दी। इस पर किसान ने रुपये देने से मना कर दिया। इसके बाद विभाग की त्योरियां चढ़ गईं। किसान को बहाने पर बहाना बनाकर टरकाया जाने लगा।

इस पर पीड़ित ने भारतीय किसान यूनियन चढूनी गुट के जिलाध्यक्ष तरविंदर सिंह मोमी को जानकारी दी। भाकियू का शिष्ट मंडल शुक्रवार को जेई से मिलने विद्युत उपकेंद्र पहुंचा, तो जेई ने किसानों की नारेबाजी के बीच सफाई पेश करते हुए कहा कि स्टीमेट बनाकर एक्सईएन पुवायां को भेज दिया गया है।

आरोप है कि जेई के कार्यालय से निकलते ही संविदा कर्मचारी ने कनेक्शन लेने वाले किसान व भाकियू शिष्टमंडल में शामिल लोगों को झूठे मुकदमे में फंसाने और देख लेने की धमकी दी। इस पर भाकियू का गुस्सा भड़क गया और संविदा कर्मचारी को निलंबित किए जाने की मांग को लेकर भाकियू कार्यकर्ता जिलाध्यक्ष तरविंदर सिंह मोमी के नेतृत्व में अधीक्षण अभियंता को ज्ञापन देने शाहजहांपुर कार्यालय पहुंचे लेकिन एसई के नहीं मिलने पर संबंधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट प्रवेंद्र कुमार को सौंपा।

ज्ञापन में कहा गया है कि यदि संविदा कर्मचारी का निलंबन नहीं हुआ तो 27 जुलाई के बाद अधीक्षण अभियंता के कार्यालय परिसर में अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया जाएगा। ज्ञापन देने वालों में भूपेंद्र सिंह, रामसरन,  आशाराम धर्मेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे।