बदायूं: फर्जी आदेश बनाकर रिलीज करा लिए 10 वाहन, रिपोर्ट दर्ज

बदायूं: फर्जी आदेश बनाकर रिलीज करा लिए 10 वाहन, रिपोर्ट दर्ज
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बदायूं, अमृत विचार। सीजेएम का फर्जी आदेश बनाकर सीज वाहनों को थाने से छुड़ाने वाला गिरोह सक्रिय है। 6 जुलाई को सीज वाहनों के सत्यापन के दौरान मामला पकड़ा गया और 10 सीज वाहनों को फर्जी आदेश पर रिलीज करने की बात सामने आई तो सभी दंग रह गए। यातायात प्रभारी और सीजेएम कोर्ट के लिपिक की तहरीर पर सिविल लाइन कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज की गई है। अब पुलिस फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह की तलाश में है। 

दरअसल, 5 जुलाई दोपहर लगभग 4 बजे एक व्यक्ति वाद संख्या 19105/24 सरकार बनाम रंजीत अंतर्गत धारा 207 एमवी एक्ट से संबंधित वाहन UP24T6003 का रिलीज आदेश लेकर आया और कहा कि उसके आदेश पर कोर्ट की गोल मुहर नहीं लगी है। जिसके चलते उसकी गाड़ी नहीं छूट रही है। साथ ही उसने मोहर लगाने को कहा।

जिस पर सीजेएम कोर्ट के अलहमद मनोज यादव ने रिलीज आदेश का अवलोकन किया। कार्यालय के रिकॉर्ड से चालान का मिलान करने पर पता चला कि चालान का निस्तारण नहीं हुआ है। कोर्ट ने भी वाहन को रिलीज करने का आदेश नहीं दिया था। न ही कार्यालय से आदेश की कॉपी जारी की थी।

व्यक्ति के पास मौजूद रिलीज आदेश का अवलोकन से पता चला कि किसी व्यक्ति ने वह फर्जी तरीके से तैयार किया है और कोर्ट की फर्जी मुहर भी लगा ली है। जिससे राजस्व की हानि हुई है। जो कोर्ट से धोखाधड़ी व कूटरचित आदेश तैयार करना है। जिसके बाद मनोज यादव की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज हुई है। कोर्ट ने यातायात प्रभारी उपनिरीक्षक राम सेवक सिंह राठौर को बुलाकर रिलीज किए गए वाहनों से संबंधित प्रपत्रों का मिलान कराया। जिसमें 10 वाहन ऐसे मिले जो फर्जी आदेश पर रिलीज कराए गए हैं।

रामसेवक सिंह राठौर ने सिविल लाइन कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर बताया कि 6 जलाई को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कार्यालय से धारा 207 एमवी एक्ट के अंतर्गत सीज किए गए वाहनों के सत्यापन के लिए बुलाया गया था।

सत्यापन के दौरान श्याम पाल के वाहन UP25EA0773, लोकमान हुसैन के वाहन UP25ET4464, नरेश के वाहन UP25FT3211, मोरपाल के वाहन UP25AT1380, आफाक के वाहन UP24AT1566, वेदप्रकाश आर्य के वाहन UP25DT8754, बेबी के वाहन UP25AT0069, बदन सिंह के वाहन UP25AT1052, आकाश के वाहन UP25AT0839 और अनीस अहमद के वाहन UP25ET1428 के रिलीज आदेश की छायाप्रति न्यायालय कार्यालय में नहीं मिली और न ही उन वाहनों का रिलीज आदेश न्यायालय द्वारा जारी किया गया था।

किसी ने इन वाहनों का फर्जी आदेश तैयार करके सिविल लाइन से वाहनों को अवमुक्त करा लिया है। उपनिरीक्षक की तहरीर पर सिविल लाइन पुलिस ने अज्ञात पर धोखाधड़ी, कूटरचना आदि के आरोप में रिपोर्ट दर्ज की है। साथ ही पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

सीजेएम कोर्ट का फर्जी आदेश बनाकर वाहनों को छुड़वाने का मामला सामने आया है। मामलों की रिपोर्ट दर्ज की गई है। जिसकी जांच शुरू कर दी गई है। जल्द ही खुलासा किया जाएगा। -संजय सिंह, प्रभारी निरीक्षक, कोतवाली सिविल लाइन