"काहे के बाबा, कौन से बाबा...." इन बाबा पर छह अपराधिक केस दर्ज हैं, हाथरस हादसे पर बोले पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह

लखनऊ, अमृत विचारः यूपी के हाथरस में भोले बाबा (सूर्जपाल) के सतसंग के दौरान एक बड़ा हादसा हो गया। भगदड़ मचने से 121 लोगों ने अपनी जान गवा दी। वहीं कई लोग घायल हो गए। सभी घायलों और मृतकों को हाथरस और एटा के अस्पताल में भर्ती किया गया है। सतसंग स्थल पर 50 हजार से ज्यादा लोगों की भीड़ जमा हो गई थी। वहीं जब सतसंग खत्म हो गया और सभी लोग निकल रहे थे। इस दौरान ही भगदड़ मच गई। 

इसी हादसे के बीच यूपी के पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह का एक बयान तेजी से वायरल हो रहा है। उन्होंने कहा कि यह मुसीबत के लिए एक दावतनामा था। सतसंग के दौरान जो सुविधाएं होनी चाहिए थी वह वहां पर मौजूद नहीं थी। न ही वहां पर एंबुलेंस व्यवस्था थी, न ही पर्याप्त पुलिस फोर्स। इसका जबावदेह कौन होगा। ऐसा कहा जा रहा है कि पहले यह बाबा इंटेलिजेंस में थे फिर सिपाही, फिर वीआरएस ले लिया। उनके ऊपर पहले से ही कई मुकदमे दर्ज हो चुके हैं।

पूर्व डीजीपी ने कहा कि इन 100 मौतें की नैतिक और कानूनी जिम्मेदारी किसकी होगी? वह बाबा है। उनमें कुछ न कुछ स्पिरिचुअल कॉन्टेंट तो होना चाहिए। इनके ऊपर छह अपराध है, जिसमें से एक यौन शोषण भी है। तो ऐसे में वह काहे बात के बाबा, कौन से बाबा? मान लेते हैं की वह बड़े पूजनीय हैं। कम से कम वहां बेसिक पुलिस व्यवस्था और कोई इमरजेंसी संबंधित व्यवस्था होनी चाहिए।

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