Kanpur: बहू की हत्या के बाद जेठ ने फांसी लगाकर की खुदकुशी; मरने से पहले बनाया वीडियो, कहा- 3 साल तक बर्दाश्त किया
कानपुर, अमृत विचार। सेन पश्चिमपारा थानाक्षेत्र के आजाद नगर में छोटे भाई की पत्नी की हत्या करने के बाद जेठ ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के दौरान दोनों घर में अकेले थे, मृतका का पति वैष्णों देवी दर्शन करने गया था। जबकि घटना को अंजाम देने वाले जेठ की पत्नी बच्चों के साथ मायके गई हुई थी।
वारदात को अंजाम देने से पहले मृतक अपनी मां को बुआ के घर छोड़ आया था। बहू की हत्या के बाद आरोपी ने खुद का 6 मिनट 20 सेकेंड का वीडियो बनाया और खुद फंदे पर झूल गया। बुधवार को छोटे भाई के घर लौटने पर घटना का खुलासा हुआ। पुलिस ने घटनास्थल से साक्ष्य संकलन कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
सेन पश्चिम पारा के आजाद नगर निवासी अशोक गुप्ता फेरी लगाकर साड़ी बेचने का काम करते हैं। साथ में ऑटो चालक बड़ा भाई कुलदीप (32) व उसकी पत्नी रोशनी, दो बच्चे विशु व विभु भी रहते हैं। अशोक की 4 साल पहले नीलू (26) से शादी हुई थी। उनका एक बेटा विश्वास (3) है।
अशोक ने बताया कि भाभी सप्ताह भर पहले कल्याणपुर स्थित मायके गई थीं, जबकि वह 21 जून को वैष्णों देवी के दर्शन करने गया था। बुधवार दोपहर वह घर पहुंचा तो गेट अंदर से बंद था। कई बार गेट खटखटाने पर भी न खुलने पर वह किसी तरह घर में दाखिल हुआ तो अंदर का नजारा देख उसके होश उड़ गए।
नीलू का शव जमीन में पड़ा था, जबकि बड़े भाई का शव पंखे के कुंडे से लटक रहा था। अशोक ने मामले की जानकारी पड़ोसियों को दी। सूचना पर सेन पश्चिम पारा पुलिस और फोरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंच कर साक्ष्य संकलन किए। घटना के कुछ देर बाद मृतक कुलदीप का सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिससे खुलासा हुआ कि कुलदीप ने नीलू की हत्या कर खुद फांसी के फंदे पर लटक गया।
इसको मार हम खुद भी मर जाएंगे, आज हमने एक औरत का खून किया
घर में कोई नहीं है सिर्फ हम ही है अकेले, मम्मी को हम कल बुआ के यहां छोड़ आए थे। कल भी हमने इसको मारने की कोशिश की थी, पर मार नहीं पाए। 6 महीने से हम सो नहीं पा रहे है। सबसे हंस के बात करते है, लेकिन कितना दर्द है हमारे दिल में हम ही जानते है। घर की कलह इतनी बेकार होती है कि रोज रोज, हम उस दिन को कोसते है जिस दिन हमने अपने भाई की शादी कराई थी।
आज इसको मार कर हम कलंकी भी बन गए है, आज इसको मार कर हम खुद भी मर जाएंगे। क्योकि आज तक हमने एक चींटी मारने से पहले भी सौ बार सोचा है, आज एक औरत का खून कर दिया है, जिंदा तो हमको भी रहने का कोई हक नहीं है। किया तो हमने भी बहुत गलत है, लेकिन क्या करें हमारे पास कोई और चारा नहीं था। हमने 3 साल इसको बहुत बर्दाश्त किया, इतना झूठ बोला, पूरा घर इसने बर्बाद कर दिया।
हम किसी को बता नहीं सकते कि हम कितना रो रहे है। कोई तरीका नहीं है, 6 महीने से प्रयास करते रहे लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी, लेकिन आज हमारे पास आखिरी दिन था, आज अशोक वापस आ जाएगा और मेरी पत्नी, बच्चे और मम्मी भी आ जाएंगी, घर हमारा खाली नहीं रहेगा। फिर हमको कभी मौका नहीं मिलता, इसलिए सोचा कि आज इसको मार डाले वरना ये कलह मची ही रहेगी, न हम लोग चैन से रहेंगे न ये।
इसके परिजनों ने इसको बढ़ावा दिया। बहुत झूठ बोला है मम्मी इसने, इसके भाई से तलाक कराने को कहा लेकिन नहीं माना, मम्मी हमें माफ कर देना, अगर हम जिंदा रहे जेल गए तो हमारे बीवी बच्चों की जिंदगी बर्बाद हो जाएगी। हमको भी मरना होगा, अशोक तुम्हारे लिए बहुत जिम्मेदारी देकर जा रहे, मेरे बच्चों को अपने बच्चों की तरह पालना।