पीलीभीत: एक और अस्पताल सील, संचालक बोला- हमसे मांगे थे दो लाख...नहीं दिए तो कर दी कार्रवाई 

पीलीभीत: एक और अस्पताल सील, संचालक बोला- हमसे मांगे थे दो लाख...नहीं दिए तो कर दी कार्रवाई 

पीलीभीत/अमृत विचार: कस्बा बिलसंडा में सिद्धि विनायक नाम से चल रहे एक निजी अस्पताल को सील कर दिया गया। यहां एक   महिला की मौत के मामले में कार्रवाई बताई गई। यह भी तर्क दिया गया कि जांच  टीम को  संचालक कोई भी अभिलेख ठीक दिखाए जा से थे। डॉक्टर भी मौके पर  नहीं मिले थे।  फर्जी ढंग से संचालित होते हुए मानकर  सीएमओ के निर्देश पर सीएससी अधीक्षक ने सीज कर दिया है। इस कार्रवाई को गुडवर्क से जोड़ा गया। मगर संचालक की माने तो विभाग में ही खेल रहा। आरोप है कि दो लाख रूपये न देने पर अस्पताल गलत तरीके से सीज कर दिया है। 

बता दें कि नगर से सटे गांव मझिगवा के ओमपाल प्रजापति की पत्नी शारदा देवी हार्ट पेशेंट थीं। हफ्ते भर पूर्व उसे बुखार आया था। जिसकी वजह से नगर के एक निजी डॉक्टर को दिखाया। उसने हालत गंभीर बताते हुए कहीं बाहर दिखाने का सुझाव दे दिया। बताते हैं कि वहां से वह अपनी पत्नी को सरकारी अस्पताल ले गया था। जहां पर चिकित्सक ने भी रेफर कर दिया। 

इसी बीच अस्पताल परिसर में घूम रहे  सिद्धि विनायक नाम से चल रहे एक अस्पताल के कर्मचारी ने परिवार से संपर्क साधा और उसे अपने अस्पताल में बेहतर उपचार की बात कहते हुए ले गया। उसी कर्मचारी के साथ बीते  बुधवार को निजी अस्पताल में महिला को भर्ती कराया गया था।  बताते हैं कि जिस अस्पताल में भर्ती किया गया, वहां पर हृदय रोग विशेषज्ञ तो दूर की बात कोई डॉक्टर भी नहीं था। 

अनट्रेन्ड स्टाफ ने ही महिला का उपचार किया। महिला के पति का आरोप हैकि गलत उपचार किए जाने की वजह से उसकी पत्नी की मौत हो गई। आरोप है कि इस अस्पताल में बाहर के डॉक्टरों का पैनल दर्शा तो रखा है,लेकिन कोई भी डॉक्टर अस्पताल मौजूद नहीं रहता। सोमवार को सीएमओ के निर्देश पर मामले की जांच करने के लिए सीएचसी अधीक्षक डॉ.मनीष राज शर्मा टीम के साथ निजी अस्पताल पहुंचे थे। 

संचालक से मान्यता संबंधी अभिलेख तलब किए तो वह मौके पर नहीं दिखा सका।  इसके अलावा डॉक्टरों की सूची भी मांगी। जिसकी रिपोर्ट बनाकर सीएमओ को दी गई। सीएमओ डॉ. आलोक कुमार के निर्देश पर अधीक्षक डॉ. मनीष राज शर्मा ने मंगलवार को टीम के साथ मौके पर पहुंचकर सिद्धि विनायक अस्पताल को सीज कर दिया है। फिलहाल संचालक के आरोप कई सवाल खड़े कर गए है। 

बीते कई दिनों से बिलसंडा में सिद्धि विनायक नाम के अस्पताल में महिला की मौत का मामला सोशल मीडिया पर चल रहा था। जिसका संज्ञान लेते हुए जांच कराई गई तो संचालक कोई भी अभिलेख नहीं दिखा सका। कौन डॉक्टर इलाज करते हैं, ये भी स्पष्ट नहीं हो सका था। इस पर अस्पताल को सीज कर दिया गया है- डॉ.आलोक कुमार, सीएमओ  

संचालक बोला- अप्रैल से लंबित पड़ी नवीनीकरण की फाइल 
स्वास्थ्य विभाग की ओर से मेरा अस्पताल गलत सीज किया गया है। अस्पताल सीज करने से पहले दो लाख रुपये की मांग की गई थी। मांग पूरी न होने पर अस्पताल को सीज कर दिया गया है। जिस महिला की मौत होने पर कार्रवाई की जा रही है, वह तो हमारे अस्पताल से जाते वक्त जिंदा थी। नवीनीकरण की फाइल अप्रैल में सीएमओ कार्यालय में जमा कर दी गई थी। लेकिन नवीनीकरण अब तक नहीं किया गया- डा. अरविंद वर्मा, अस्पताल संचालक 

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