यूरोपीय संघ में शामिल होने के लिए 'छूट' नहीं मांगेगा यूक्रेन : शीर्ष अधिकारी

यूरोपीय संघ में शामिल होने के लिए 'छूट' नहीं मांगेगा यूक्रेन : शीर्ष अधिकारी

कीव। यूरोपीय संघ द्वारा इस सप्ताह औपचारिक रूप से यूक्रेन को प्रवेश देने के लिए वार्ता शुरू करने पर सहमति व्यक्त करने के बाद युद्धग्रस्त देश यूक्रेन पश्चिम के साथ एकीकरण के "अपरिवर्तनीय" रास्ते पर है। एक शीर्ष यूक्रेनी अधिकारी ने यह बात कही। यूरोपीय और यूरो-अटलांटिक एकीकरण की उप प्रधानमंत्री ओल्गा स्टेफनिशिना ने कहा कि इस सप्ताह प्रवेश वार्ता शुरू करने का निर्णय उनके देश के लिए एक "बड़ा दिन" है। ओल्गा ने रविवार को कीव में कहा, "यह यूक्रेनी लोगों की सर्वोच्च इच्छा है और यह अपरिवर्तनीय है। और आपने देखा है कि यूक्रेन के लोग अपनी पसंद के लिए खड़े हुए हैं।"

यूक्रेन के यूरोपीय संघ (ईयू) में शामिल होने के लिए मुख्य वार्ताकार नियुक्त किए जाने के बाद यह उनका पहला साक्षात्कार था। ईयू नेताओं ने शुक्रवार को यूक्रेन और मोल्दोवा के साथ प्रवेश वार्ता शुरू करने पर सहमति व्यक्त की। ओल्गा मंगलवार को लक्जमबर्ग में प्रवेश वार्ता के उद्घाटन की अध्यक्षता करेंगी जिसमें कई शीर्ष सरकारी अधिकारी शामिल होंगे। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के उद्घाटन समारोह में भाषण देने की उम्मीद है। जेलेंस्की ने शुक्रवार के फैसले को एक "ऐतिहासिक कदम" बताया। 

इस वर्ष की शुरुआत में यूरोपीय संसद द्वारा किए गए जनमत सर्वेक्षण से पता चला कि यूरोपीय संघ के नागरिक यूक्रेन की ईयू सदस्यता का बड़े पैमाने पर समर्थन करते हैं, लेकिन इसकी प्रक्रिया को तेज करने के समर्थक कम हैं। ओल्गा ने कहा कि यूक्रेन अपने साथ विशेष व्यवहार की मांग नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा, "प्रक्रिया के किसी भी चीज को छोड़े बिना (और) किसी भी छूट की मांग किए बिना यूक्रेन तेजी से आगे बढ़ रहा है।" यूक्रेन अगर यूरोपीय संघ में शामिल होता है तो वह फ्रांस को पीछे छोड़कर इसका सबसे बड़ा सदस्य बन जाएगा। यूक्रेन को उम्मीद है कि वह 2030 तक इसमें शामिल हो जाएगा।

ये भी पढ़ें : गाजा में युद्ध समाप्त करने के समझौते पर सहमत नहीं होंगे : बेंजामिन नेतन्याहू