बरेली: जल निगम से 11.55 करोड़ में 7 एमएलडी शोधित पानी लेगा रेलवे

बरेली: जल निगम से 11.55 करोड़ में 7 एमएलडी शोधित पानी लेगा रेलवे

बरेली, अमृत विचार: पानी बचाने के लिए रेलवे ने पहल की है। उसने जलनिगम से एसटीपी के शोधित पानी को लेने की इच्छा जताई है। इस पर जल निगम ने रेल कोचों की सफाई के लिए सात एमएलडी पानी देने की योजना बनाई है। सात एमएलडी पानी के लिए 11 करोड़ 55 लाख की डीपीआर तैयार कर उत्तर रेलवे के अफसरों को भेजी गई है। वहां से मंजूरी मिलते ही जल निगम प्रोजेक्ट पर काम करेगा।

नमामि गंगे योजना के तहत एसटीपी का निर्माण हुआ है। सरायतल्फी में बने 35 एमएलडी के एसटीपी से शहर के सभी नालों को जोड़ दिया गया है, जिसके बाद प्लांट पूरी क्षमता से संचालित हो रहा है। नालों के पानी को शोधित किया जा रहा है। इस साफ पानी को आसपास के किसानों को देने के साथ ही इसका रीयूज करने की भी योजना है। एसटीपी के संचालन का खर्च रीयूज्ड पानी को बेचने से निकलेगा। इस आशय के लिए रेलवे को यह पानी बेचा जा रहा है। सात एमएलडी पानी से होने वाली कमाई का ब्योरा नगर निगम तैयार करेगा। 

पानी के दाम तय करने में निगम और रेलवे में बातचीत होगी। जो रेट तय होगा, उस पर रेलवे पानी ले सकेगा। जल निगम ने इस प्रक्रिया का पहला चरण पार कर लिया है। रेलवे को पानी देने के लिए जल निगम 3.65 किलोमीटर पाइप डालेगा। स्टेशन पर एक 100 किलोलीटर क्षमता का संप बनेगा। जंक्शन पर 600 केएल और 200 केएल के दो संप बनाए जाएंगे। इसके लिए रेलवे ने जगह उपलब्ध कराई है। एक ओवरहेड टैंक भी बनाया जाएगा।

डीपीआर को मुरादाबाद उत्तर रेलवे के अफसरों को भेज दिया गया है। अभी हम 20 फीसदी पानी ही रीयूज कर सकते हैं। शेष शोधित पानी को रामगंगा में दे रहे हैं। कुछ पानी आसपास के किसानों को भी दिया जा रहा है। प्रोजेक्ट पर रेलवे की मंजूरी मिली तो जल निगम इस पर काम करेगा और एक साल में काम पूरा कर देगा- केके कटियार, अधिशासी अभियंता जल निगम

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