Kanpur: मेरे ऊपर लगे गलत आरोप सिद्ध हुए तो इनाम दूंगा...पूर्व और मौजूदा भाजपा पार्षद आमने-सामने, इस बात पर छिड़ी जंग...

Kanpur: मेरे ऊपर लगे गलत आरोप सिद्ध हुए तो इनाम दूंगा...पूर्व और मौजूदा भाजपा पार्षद आमने-सामने, इस बात पर छिड़ी जंग...

कानपुर, अमृत विचार। बर्रा वार्ड 77 बाबा भोलेश्वर मंदिर के परिसर में लगी पानी की टंकी से उनके नाम का पत्थर हटाने पर पूर्व पार्षद जितेंद्र सचान ने समर्थकों के साथ हंगामा किया। पूर्व पार्षद ने मौजूदा भाजपा पार्षद डॉ. अखिलेश बाजपेयी पर आरोप लगाया कि पैसे कमाने की लालच में जो काम हो गया है। वहीं, तोड़-फोड़कर फिर से बजट पास कराया जा रहा है। 

हालांकि पार्षद ने कहा कि पानी की समस्या को देखते हुये बड़ी टंकी रखवाई जा रही है। यह कार्य भी स्वयं के पैसे से किया जा रहा है जलकल से एक रुपये भी पास नहीं कराया गया है। उन्होंने कहा कि पार्षद हारने के बाद से ही खुन्नस में आरोप लगाते रहते हैं।

कानपुर में पूर्व और मौजूद भाजपा पार्षद आपस में भिड़े

वार्ड 77 में पिछले कार्यकाल में जितेंद्र सचान भाजपा से पार्षद थे। 2022 में निकाय चुनाव में जितेंद्र को भाजपा से दोबारा टिकट मिला तो पार्टी से बगावत कर डॉ. अखिलेश बाजपेयी निर्दलीय चुनाव लड़ गये और जीत भी गये। जीतने के बाद अखिलेश ने दोबारा भाजपा ज्वाइन कर ली। लेकिन एक पार्टी में होने के बावजूद दोनों नेताओं में पट नहीं रही है। 

जितेंद्र सचान ने कहा कि उनके द्वारा कराये गये कार्य को तोड़कर फिर से काम कराया जा रहा है। उन्होंने बंदरबांट का आरोप लगाया। जितेंद्र ने कहा कि वह जिलाध्यक्ष से इसकी शिकायत करेंगे। वहीं, डॉ. अखिलेश बाजपेयी ने बताया कि पूर्व पार्षद द्वारा जो आरोप लगाए जा रहे हैं वह बहुत घिनौने हैं। मेरा लक्ष्य वार्ड का विकास है। उन्होंने कहा कि जो भी गलत आरोप लगाए हैं वह सिद्ध हो गये तो इनाम दूंगा। 

कहां कौन पाप कर रहा है वह सब जानते हैं। पार्षद ने कहा कि पूर्व पार्षद सफाई कर्मी को ड्राइवर बनाकर अपने पास रखते थे। ताकि ड्राइवर को पैसा ना देना पड़े। उन्होंने कहा कि टंकी में वाटर लेवल नीचे चला गया है। मोटर जल गयी थी। मंदिर में रोज भक्तगढ़ आते हैं वह इसके साक्षी हैं। पानी की समस्या बहुत ज्यादा है जिससे लोग परेशान हैं। 

पाउच से करना पड़ता था जलाभिषेक

पार्षद ने बताया कि कभी-कभी लोग पानी का पाउच लेकर भगवान का अभिषेक करते थे। मैंने बड़ी टंकी रखवाने का काम किया है। कोई भी जलकल- जल निगम से पैसा नहीं मिला है। यह मैं और ठेकेदार मिलकर के कार्य करा रहे हैं। जलकल से  एक मोटर टंकी मांग की थी लेकिन वहां से कोई व्यवस्था नहीं हो पाई। उन्होंने कहा कि अपने आप व्यवस्था कर टंकी लगाई है जिससे पानी आने लगा है। जो लोग आरोप लगा रहे हैं उन्हें भगवान देख रहा है।

यह भी पढ़ें- Kanpur: नगर आयुक्त ने किया नालों का औचक निरीक्षण, कई जगह मिली भारी सिल्ट, गंदगी मिलने पर जेई व जेडई को नोटिस जारी