Kanpur News: चार जून को होगी मतगणना...टेबल पर ही रहेंगे एजेंट, प्रत्याशी घूम सकेंगे, बनने लगे पास
कानपुर के नौबस्ता गल्ला मंडी में दो टीनशेड में जालियां लगाने का काम हुआ पूरा
कानपुर, अमृत विचार। नवीन गल्ला मंडी नौबस्ता में मतगणना की तैयारियां जोरों से चल रही हैं। मतगणना स्थल के चार चबूतरों में दो पर जालियां, बैरीकेडिंग लगाने का काम पूरा हो चुका है। एजेंटों व कर्मियों का पास बनना चालू है। मतगणना के दौरान एजेंट अपनी टेबल पर ही रहेंगे, जबकि प्रत्याशी को भ्रमण की अनुमति होगी। प्रेक्षक, रिटर्निंग ऑफीसर, सहायक रिटर्निंग ऑफीसर की मौजूदगी में मतगणना होगी।
संसदीय क्षेत्र कानपुर और अकबरपुर सीट पर 13 मई को मतदान के बाद मतगणना चार जून होगी। इसकी तैयारियां चालू हैं। सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी कमल किशोर ने बताया कि गल्लामंडी परिसर में चार चबूतरों पर मतगणना कराई जाएगी। जिसमें दो चबूतरों पर जाली व बैरीकेडिंग का का पूरा हो चुका है। बाकी बचे दो चबूतरों पर भी तेजी से काम चल रहा है। इसके बाद विधानसभावार 14-14 टेबलें लगाने का काम होगा।
गल्लामंडी में प्रवेश व निकास के द्वार अलग-अलग होंगे। मतगणना के चारों चबूतरे सीसीटीवी कैमरे के दायरे में होंगे, जिसकी निगरानी कंट्रोल रूम से होगी। उन्होंने बताया कि विभागवार मतगणना कर्मचारियों की सूची फाइनल हो गई है। मतगणना में ज्यादा कर्मियों की जरूरत नहीं होती है, इसलिए विभागों से काम में माहिर टॉप कर्मियों को ही चुना गया है।
कर्मचारियों व एजेंटों के पास छपने के बाद बनने भी चालू हो गए हैं। उन्होंने बताया कि हर टेबल पर प्रत्याशी का एक एजेंट होगा, मगर उसे टेबल छोड़कर जाने की अनुमति नहीं है। सिर्फ प्रत्याशी ही भ्रमण कर सकेंगे। वैसे प्रत्याशी को भी अकेले भ्रमण करना है, लेकिन जरूरत पड़ी तो उनके साथ सिर्फ निर्वाचन एजेंट रह सकते हैं।
मतगणना अभिकर्ता के बनने लगे पास
सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि एजेंटों का पास बनने लगे हैं। कानपुर सीट के लिए एसीएम तीन व अकबरपुर सीट के लिए एसडीएम सदर के पास पास की जिम्मेदारी है। एजेंटों की सूची फाइनल हो गई है। अधिकांश लोगों ने फोटो आदि भी पास के लिए दे दिए हैं।
लॉटरी सिस्टम से निकाली जाएंगी पांच वीवीपैट
मतगणना समाप्त के बाद प्रेक्षक की मौजूदगी में लॉटरी सिस्टम से पांच वीवीपैट निकाले जाएंगे। उसके बाद पर्चियों की गिनती कराई जाएगी। सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि प्रत्याशी को किसी तरह का भ्रम न हो, इसलिए लॉटरी सिस्टम रखा जाता है। इससे यह होता है कि जो भी पर्ची निकलेगी, उसी वीवीपैट को पर्चियों की गिनती के लिए लाया जाएगा। यह पूरी प्रक्रिया प्रत्याशी, एजेंट व चुनाव अधिकारियों की मौजूदगी में होती है।
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