बाराबंकी: पांच घंटे तक नहीं पड़ा एक भी वोट, कार्मिक करते रहे इंतजार
मार्ग न होने से ग्रामीण थे नाराज, वोट का किया बहिष्कार

रामनगर/ बाराबंकी, अमृत विचार। तहसील क्षेत्र के सरयू नदी की तलहटी में बसे ग्राम खुज्जी में मार्ग के निर्माण की मांग पूरी न होने से नाराज ग्रामीणों ने सुबह से ही वोट बहिष्कार शुरू कर दिया। प्रशासनिक अधिकारियों के आश्वासन के बाद निर्धारित समय से करीब पांच घंटे विलम्ब से मतदान शुरू हुआ। दरअसल घाघरा नदी के सरयू नदी की तलहटी व बाराबंकी बहराइच की सीमा से सटे विकास खंड सूरतगंज में हेतमापुर क्षेत्र के ग्राम खुज्जी में प्राथमिक विद्यालय जमका में बने पोलिंग बूथ पर करीब 11 बजे तक सन्नाटा पसरा रहा।
केंद्र पर मौजूद पीठासीन अधिकारियों ने जब इसकी जानकारी की तब पता चला कि गांव में मार्ग और पुल न बनने के कारण ग्रामीण नाराज हैं। इसलिए मतदान बहिष्कार कर रहे हैं। इसकी जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे उच्च अधिकारियों ने ग्रामीणों को किसी तरह समझाया बुझाया। तब जाकर निर्धारित समय 7 बजे के बजाए दोपहर 12 बजे से मतदान शुरू हो पाया। लेकिन मतदान की गति काफी धीमी रही। ग्रामीणों का कहना था कि चुनाव के समय जनप्रतिनिधि आते हैं और लुभावने वादे करके चले जाते हैं। अरसों से हम लोग बाढ़ की विभीषिका से जूझ रहे हैं। आवागमन के लिए नाव का सहारा लेना पड़ता है। जनप्रतिनिधियों से लेकर जिम्मेदार अधिकारियों से मार्ग बनवाने की मांग की गई लेकिन आज तक आश्वासन ही मिला है।
ग्रामीणों का कहना है कि यदि इस गांव को पूरी तरह से बाराबंकी या फिर बहराइच जिले में सम्मिलित कर दिया जाए तो हम लोगों की मुश्किलें कम हो जाएं, लेकिन इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है। इसलिए हम लोग मतदान ही नहीं करेंगे। गांव के लोगों ने बताया कि आजादी से लेकर आज तक सड़क और पुलिया नसीब नहीं हो सकी है। जबकि यहां करीब नौ सौ उन्नीस मतदाता हैं।
हालांकि प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा तमाम समझाने बुझाने पर मतदान शुरु हो पाया। लेकिन मतदान के प्रति ग्रामीणों में जरा सा भी उत्साह नहीं दिखा। वहीं एसडीएम पवन कुमार का कहना है कि कोई भी पार्टी का जनप्रतिनिधि वोट मांगने ग्रामीणों के बीच नहीं गया था। इसलिए ग्रामीणों ने नाराजगी जाहिर की है। दोपहर से मतदान शुरु कर दिया गया था।