Chitrakoot: मंदिरों में धूमधाम से मनी श्री हनुमान जयंती; बजरंग बली की पूजा करके भक्तों ने किया सुंदरकांड का पाठ
चित्रकूट (राजापुर), अमृत विचार। तुलसीतीर्थ में मंगलवार को चैत्र शुक्ल पूर्णिमा पर श्रीहनुमान जयंती धूमधाम से मनाई गई। मंदिरों में पूजा अर्चना की गई और श्रीरामचरितमानस, हनुमान चालीसा, हनुमानाष्टक, हनुमान बाहुक आदि का पाठ किया गया।
संत तुलसी सेवा आश्रम के संचालक आचार्य पं. रामनरेश द्विवेदी ने बताया कि आज के दिन जो भक्त संकटमोचन केसरीनंदन की पूजा-अर्चना श्रद्धा भाव से करते हैं, उनकी मनोकामना पूरी होती है। उन्होंने हनुमानजी के जन्म की कथा सुनाई। बताया कि गौतम ऋषि की पुत्री अंजना ने श्रापवश एक पर्वत की गुफा में रहकर मारुति नामक बालक को जन्म दिया था।
बाल्यकाल में ही मारुति चंचल एवं बलशाली थे और उन्होंने बचपन में ही उन्होंने भास्कर भगवान का ग्रास करके पूरी सृष्टि में अंधकार पैदा कर दिया था। तब देवताओं ने मारुति नंदन की आराधना कर सूर्य भगवान को मुक्त कराते हुए शक्तियां प्रदान की थीं। एक ऋषि ने हनुमानजी को बल का ज्ञान भूल जाने का श्राप दिया था।
इसी कारण समुद्र लंघन के समय जामवंत ने उनको बल पौरुष एवं शक्तियों का ज्ञान कराया और हनुमान जी ने प्रभु राम की सहायता की। इस अवसर पर जय नारायण तिवारी,बालकरण द्विवेदी, विनय हिंद पाण्डेय, रज्जन त्रिपाठी,हुब लाल तिवारी,काशीनाथ तिवारी,अशोक कुमार मौर्य,पूजा देवी,किरण देवी,मनीषा देवी,मनु द्विवेदी आदि लोगों ने हनुमान जयंती पर बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया ।
दो बार होता है जयंती का आयोजन
सिद्ध प्रतिमा हनुमानजी के पुजारी सूर्यप्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि साल की पहली हनुमान जयंती चैत्र मास की पूर्णिमा तिथि को मनाई जाती है। दूसरी जयंती कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। एक तिथि को विजय अभिनंदन के रूप में जबकि दूसरी तिथि को जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है।
अन्य मंदिरों में भी हुई पूजा
मंगलवार को हनुमान मंदिरों में अखंड रामचरितमानस के साथ हनुमान चालीसा, हनुमान बाण, हनुमानाष्टक तथा सुंदरकांड का पाठ किया गया। सिद्ध बालाजी मंदिर खोहरा बाबा में भक्त जय नारायण द्विवेदी व जनपद कौशांबी के शंकर दयाल शुक्ला ने पूजा अर्चना की। श्रद्धालुओं ने रामनाम संकीर्तन किया। मुख्यालय में बेड़ी पुलिया के पास श्याम कृपा गौशाला में प्रगतिशील किसान योगेश जैन ने हनुमानजी के जन्मदिन पर कन्या भोज का आयोजन किया। इसमें वेद पाठशाला के विद्यार्थियों का भी सहयोग रहा।
तीर्थक्षेत्र में भी रही हनुमान जयंती की धूम
मुख्यालय और तीर्थक्षेत्र में भी हनुमान जयंती की धूम रही। बूड़े हनुमान मंदिर, लाइना बाबा, नांदिन के प्राचीन हनुमान मंदिर , तोता मुखी हनुमान मंदिर, हनुमान धारा आदि में धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। मंदिरों को फूलों से सजाया गया। पूजा अर्चना की गई। श्रद्धालुओं को प्रसाद बांटा गया।
बूड़े हनुमान मंदिर में आस्था के साथ मनी जयंती
मंदाकिनी तट पर स्थित दक्षिणमुखी बूडे हनुमानजी मंदिर में धूमधाम से हनुमान जयंती मनी। मंदिर में 11 सौ दीप प्रज्ज्वलित किए गए। पुजारी रामजीदास ने बताया कि सोमवार को अखंड रामचरित मानस पाठ का शुभारंभ हुआ और मंगलवार को पूर्णाहुति पर हवन पूजन हुआl शाम को गंगा आरती के हरिनारायन और टीम ने संगीतमयी सुंदरकांड पाठ से श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दियाl
भव्य आरती हुई और फिर बूंदी और ठंडई का प्रसाद वितरित किया गयाl सुबह से लेकर देररात्रि तक श्रद्धालुओं का मंदिर में आवागमन बना रहाl हजारों आस्थावानों ने बूडे हनुमानजी के दर्शन किएl इस मौके पर पुजारी केशरी तिवारी, फतेहपुर के श्रीनिवास तिवारी, राठ के बीरू सेठ, आनंद सिंह पटेल, हेमू तिवारी, बुंदेली सेना के जिलाध्यक्ष अजीत सिंह आदि मौजूद रहे।
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