बाराबंकी: क्षितिज पटेल ने सिविल सेवा परीक्षा में हासिल की 835वीं रैंक, बधाई देने वालों का लगा तांता
रामसनेहीघाट/बाराबंकी, अमृत विचार। रामसनेहीघाट तहसील अंतर्गत मऊ गौरपुर निवासी रविन्द्र कुमार वर्मा के बड़े बेटे 23 वर्षीय क्षितिज पटेल ने संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा को प्रथम प्रयास में ही उत्तीर्ण कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। उन्होंने ऑनलाइन कोचिंग करके यह सफलता हासिल की। उनका परिवार लखनऊ में रहता है। क्षितिज की इस सफलता पर मंगलवार को उनके गांव में परिवार के लोगों को बधाई देने वालों का तांता लगा रहा।
क्षितिज पटेल ने संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा में हिस्सा लेकर पहले ही प्रयास में 835वीं रैंक प्राप्त की। क्षितिज पटेल ने गांव में ही रहकर पांचवीं तक की पढ़ाई की। जबकि दसवीं व बारहवीं कक्षा सिटी मांटेसरी स्कूल लखनऊ से उत्तीर्ण की और इस समय आईआईटी दिल्ली से सिविल इंजीनियरिंग से बीटेक कर रहे हैं।
इनके पिता रवींद्र वर्मा सिचाई विभाग में सिंचाई विभाग में सहायक अभियंता के पद पर अलीगढ़ में कार्यरत हैं। जबकि मां शालिनी वर्मा बेसिक शिक्षा विभाग में विकास खण्ड बनीकोडर में उच्च प्राथमिक विद्यालय धुनोली ठाकुरान में सहायक अध्यापक पद पर कार्यरत हैं।
क्षितिज पटेल दो साल से मेहनत कर रहे थे और पहले ही प्रयास में सफलता हासिल कर ली। क्षितिज पटेल ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता व गुरुजनों को दिया है। उन्होंने बताया कि वह शुरू से ही सिविल सेवा परीक्षा पास करके देश की सेवा करना चाहते थे। उन्होंने बताया कि वह ऑनलाइन कोचिंग के माध्यम से ही इस परीक्षा की तैयारी में जुटे थे।
उन्होंने बाकी परीक्षार्थियों को टिप्स देते हुए बताया कि सिविल सेवा की तैयारी काफी समय लेती है। इसलिए इसमें धैर्य नहीं खोना चाहिए। संभव है कि एक बार सफलता न मिले पर इससे हताश होने के बजाय दोबारा दोगुने उत्साह के साथ प्रयास करना चाहिए। सिलेबस के सभी भाग को अच्छी तरह से पढ़ें तथा नोट्स बनाएं। ऐसा करने पर सफलता जरूर मिलेगी। उन्होने बताया कि सिलेबस को देखकर उसे अच्छे से कवर करने की रणनीति बनाई। जो भी पढ़ा उसे बिलकुल स्पष्ट तौर पर तैयार किया। इससे परीक्षा में लिखना काफी आसान हो गया।
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