सुलतानपुर: नौ दिन चले अढ़ाई कोस, 83 में 17 केंद्र पर ही हो सकी गेंहू की खरीद
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सुलतानपुर, अमृत विचार। बीते वर्ष शासन से निर्धारित लक्ष्य का आधा लक्ष्य भी पूरा नहीं हो पाया था, जिसके चलते इस वर्ष गेहूं खरीद केन्द्र एक मार्च से संचालित कर दिए गए। गेहूं खरीद के लिए 83 क्रय केंद्र बनाकर किसानों के गेहूं खरीद करने का लक्ष्य बनाया गया था। जबकि खरीद के 41 दिन बाद मात्र 17 क्रय केंद्रों पर ही गेहूं खरीद की बोहनी हो सकी है।
जिला खाद्य एवं विपणन विभाग द्वारा किसानों के गेहूं के खरीद के लिए 83 क्रय केंद्र एक मार्च से संचालित है। जिसमें खाद्य विभाग के 14, FCI के तीन, PCFके 44, नैफेड के छह व PCU के छह क्रय केंद्र जिले में एक मार्च से संचालित है। खरीद शुरु होने के 41 दिन बाद खाद्य विभाग के 14 क्रय केन्द्रों से 69.95 एमटी तो FCI के तीन क्रय केन्द्रों से 50 कुंतल गेंहू की खरीद हुई है। वही PCF के 44, नैफेड के छह, PCU के छह क्रय केंद्रों पर अभी खरीद की बोहनी नहीं हुई है।
तेजी लाने के लिए चल रही प्रशासनिक कवायद
बीते वर्ष गेहूं की खरीद कम होने पर इस खरीद में तेजी लाने के लिए प्रशासनिक कवायद तेज हो गई है। इसके लिए एडीएम वित्त एवं राजस्व एस सुधाकरन ने मंडी,खाद्य एवं विपणन के अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि जिले से गेंहू किसी भी कीमत पर बाहर नही जाना चाहिए। इस पर कड़ी नजर रखी जाय साथ ही मंडी में बिना पर्ची व गेट पास के गेंहू की लदी हुई गाडियों की जांच पड़ताल की जाय। वही थोक एव खुदरा व्यापारियों के लिए निर्धारित गेंहू भंडारण क्षमता से अधिक नहीं होनी चाहिए। इसके लिए अधिकारियों को निर्देशित किया कि व्यापारियों के पंजीयन को पोर्टल पर अपडेट किया जाए। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत सार्वजनिक वितरण प्रणाली के लिए गेहूं की उपलब्धता बनी रहे।
500 MT के भंडारण की सीमा निर्धारित
गेहूं के दाम व अवैध भंडारण पर रोक लगाने के लिए सरकार द्वारा थोक व्यापारियों को 500 एमटी की सीमा तय की गई हैं। खुदरा व्यापारी के लिए 5 एमटी की सीमा तय की गई है। वही प्रोसेसर्स (खाद्य प्रसंस्करण) व्यवसायियों के लिए उनकी इकाई के कुल छमता का 60 प्रतिशत स्टॉक की सीमा निर्धारित की गई हैं।
खरीद लक्ष्य में हुई 20 हजार MT की वृद्धि
शासन स्तर से पहले जिले को 56 हजार MT का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। अब बढ़ाकर 76 हजार MT कर दिया गया है। महकमा खरीद लक्ष्य के कितने क़रीब पहुंचता है यह तो आने वाला समय बतायेगा।