टी20 प्रारूप में अहं की कोई जगह नहीं, धीमी गेंद डालना जरूरी : जसप्रीत बुमराह

टी20 प्रारूप में अहं की कोई जगह नहीं, धीमी गेंद डालना जरूरी : जसप्रीत बुमराह

मुंबई। बल्लेबाजों पर दबाव बनाने के लिये वैरिएशन पर लगातार काम कर रहे जसप्रीत बुमराह एक तेज गेंदबाज के तौर पर अपने अहं को तिलांजलि देने को तैयार है और उन्हें विविधता की तलाश के लिये धीमी गेंद डालने से भी गुरेज नहीं है। बुमराह ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के खिलाफ सात विकेट से मिली जीत में मुंबई इंडियंस के लिये 21 रन देकर पांच विकेट लिये। वह अब दस विकेट लेकर युजवेंद्र चहल के साथ गेंदबाजों की सूची में शीर्ष पर हैं।

बुमराह ने मैच के बाद कहा, आपको हमेशा यॉर्कर डालने की जरूरत नहीं है। कई बार यॉर्कर और कई बार धीमी गेंद भी डालनी होती है। इस प्रारूप में अहं के लिये जगह नहीं है ।आप 145 किमी की रफ्तार से भी गेंद डाल सकते हैं लेकिन कई बार धीमी गेंद डालना जरूरी होता है। उन्होंने कहा, यह प्रारूप गेंदबाजों के लिये काफी कठिन है। मैंने अपने कैरियर की शुरूआत से ही विविधता पर काम किया है । जब प्रदर्शन अच्छा नहीं हो रहा था, तब मैंने वीडियो देखे और समीक्षा की कि क्या सही नहीं हो रहा है । तैयारी बहुत अहम है और लगातार सुधार जरूरी है।

अतुलनीय बूमराह आईपीएल के सुपरस्टार : हरभजन 
मुंबई। भारत के पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह का मानना है कि अब खेल को अलविदा कह चुके लसिथ मलिंगा के अलावा कोई और गेंदबाज अकेले दम पर मैच जिताने की जसप्रीत बुमराह की काबिलियत का मुकाबला नहीं कर सकता और यही वजह है कि बुमराह आईपीएल के इस सत्र में सुपरस्टार हैं । बुमराह ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के खिलाफ पांच विकेट लिये जिसके दम पर मुंबई इंडियंस ने सात विकेट से जीत दर्ज की।

 हरभजन ने  कहा, पहले दिन से आज तक मैंने उसे गेंदबाजी करते देखा है और उसकी गेंदबाजी में काफी बदलाव आया है। वह सीखने को लालायित रहता है। उसने भले ही आज पांच विकेट ले लिये लेकिन वह फिर जाकर वीडियो देखेगा कि कहां सुधार हो सकता है। उन्होंने कहा, वह इतना शांत रहता है और दबाव के क्षणों में उससे बेहतर कोई नहीं खेल सकता । लोग अक्सर विराट कोहली और एम एस धोनी की बात करते हैं क्योंकि यह बल्लेबाजों का खेल है लेकिन अगर कोई आईपीएल के सुपरस्टार की बात करे तो वह बुमराह है। उन्होंने कहा, अपना दिन होने पर वह मैच जिताता है और ऐसा कितने बल्लेबाज कर पाते हैं ।

हरभजन ने कहा, बल्लेबाजों की बात करें तो तीन या चार हैं लेकिन गेंदबाजों में सिर्फ बुमराह या मलिंगा हैं। हर प्रारूप में। अविश्वसनीय प्रदर्शन। सबसे अच्छी बात तो यह है कि वह सीखना और बेहतर करते रहना चाहता है। उन्होंने अर्धशतक जमाने वाले सूर्यकुमार यादव की तारीफ करते हुए कहा, जब सूर्यकुमार यादव फॉर्म में होता है तो आप किसी और को देखना नहीं चाहते । वह एबी डिविलियर्स का बेहतर संस्करण है। अगर मैं किसी भी टीम में रहूंगा तो नीलामी में वह मेरी पहली पसंद होगा।

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