लखनऊ: संविदाकर्मियों की वेतन विसंगति होगी दूर, डिप्टी सीएम ने दिया आश्वासन
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लखनऊ, अमृत विचार। लोकसभा चुनाव के बाद नेशनल हेल्थ मिशन में तैनात संविदा कर्मचारियों की वेतन विसंगति दूर होगी। यह आश्वासन प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ के प्रतिनिधियों को दिया है।
दरअसल, 14 मार्च को संयुक्त राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ ने संविदा कर्मचारियों से डिप्टी सीएम के आवास पर 18 मार्च को पहुंचने का आवाहन किया था,लेकिन चुनाव आचार संहिता लागू हो जाने के कारण संघ ने अपने इस अपील को वापस ले लिया। सोमवार को संघ के प्रतिनिधि मंडल ने डिप्टी सीएम से मुलाकात कर वेतन विसंगति दूर करने की मांग उठाई। जिस पर उन्होंने चुनाव के बाद इस समस्या के समाधान का आश्वासन दिया है।
संयुक्त राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री योगेश उपाध्याय ने बताया है कि 2016 से प्रतिवर्ष बजट आवंटित होने के बाद भी एनएचएम संविदा कार्मिकों की वेतन विसंगति नही दूर की जा रही है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा 2016 से 3% प्रतिवर्ष अतिरिक्त बजट दिए जाने के बावजूद राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत कार्यरत संविदा कार्मिकों की वेतन विसंगत्ति दूर नही की गई है। वही मध्यप्रदेश, हरियाणा, बिहार राज्यो में इस बजट का उपयोग करते हुए वेतन नीति बनाए जाने के साथ संविदा कार्मिकों की वेतन विसंगति दूर की गई है। इसी के चलते हम लोग लगातार शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात मुख्यमंत्री और अधिकारियों तक पहुंचा रहे थे। सुनवाई न होने पर डिप्टी सीएम के आवास पर पहुंचकर कर्मचारियों ने अपनी बात कहने का मन बनाया था, लेकिन चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद यह फैसला बदल दिया गया था, लेकिन प्रतिनिधि मंडल ने उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक से मुलाकात कर अपनी बात रखी। जिस पर उन्होंने अपनी सहमति जताई है।
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