हल्द्वानी: इस साल तैयार रहिए भीषण गर्मी के लिए क्योंकि अल-नीनो है इसके पीछे की वजह

हल्द्वानी: इस साल तैयार रहिए भीषण गर्मी के लिए क्योंकि अल-नीनो है इसके पीछे की वजह

हल्द्वानी, अमृत विचार। मौसम विभाग के अनुसार यह वर्ष अल-नीनो के प्रभाव वाला वर्ष है। इस वजह से इस बार गर्मी में सामान्य से ज्यादा गर्मी पड़ेगी। अल-नीनो का असर मई में जाकर खत्म होगा। तब अपेक्षाकृत गर्मी से कुछ राहत मिलेगी।
मौसम विभाग ने पहले ही बता दिया था कि इस बार का मौसम अल-नीनो के प्रभाव वाला मौसम है।

इस वजह से दिसंबर में सामान्य से ज्यादा तापमान था तो वहीं जनवरी में सामान्य से ज्यादा ठंड पड़ी थी। फरवरी और मार्च की शुरूआत में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने और बारिश-बर्फबारी होने की वजह से अल-नीनो का असर कम हुआ था। लेकिन, अब फिर से अल-नीनो का असर दिखना शुरू हो जाएगा।

मौसम विज्ञानियों के अनुसार 20 मार्च के बाद से गर्मी अपना रंग दिखाना शुरू कर देगी। 20 मार्च से अप्रैल माह तक अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री तक ज्यादा रहेगा। इसका असर पहाड़ से लेकर मैदान तक दिखेगा। कुल मिलाकर होली के बाद से ही अच्छी-खासी गर्मी शुरू हो जाएगी जो अप्रैल में असहनीय होने लगेगी। मौसम विभाग के अनुसार मई माह की शुरूआत के साथ ही अल-नीनो का असर खत्म हो जाएगा। तब अपेक्षाकृत गर्मी से राहत मिलेगी।

असमान्य गर्मी देने वाली मौसमी घटना है अल-नीनो  
हल्द्वानी। मौसम विज्ञानियों ने बताया कि अल-नीनो एक जलवायु संबंधी घटना है। जिसमें पूर्वी प्रशांत महासागर में सतही जल असामान्य रूप से गर्म हो जाता है। इसका असर व्यापक क्षेत्र में पड़ता है और मौसम असमान्य तौर पर गर्म होता है। हिमालयी क्षेत्रों के लिए अल-नीनो को विषम मौसम माना जाता है। 

पश्चिमी विक्षोभ ने दी थी राहत
हल्द्वानी। सर्दियों में भी अल-नीनो का असर था, इस वजह से बारिश की संभावनाएं कम बन रहीं थीं लेकिन पिछले पश्चिमी विक्षोभों ने जमकर बारिश और बर्फबारी की। इससे अल-नीनो का असर काफी कम रहा। नहीं तो फरवरी मध्य के बाद से ही तापमान में असमान्य उछाल शुरू हो सकता था।

29 डिग्री रहा तापमान
हल्द्वानी। शहर में दिन के समय हल्की गर्मी की शुरूआत हो गई है लेकिन रात को तापमान में काफी गिरावट आ रही है। दिन और रात के तापमान में करीब 19 डिग्री का अंतर है। हल्द्वानी में अधिकतम तापमान 29 डिग्री और न्यूनतम तापमान 10.6 डिग्री रहा है। 

अब अल-नीनो का असर देखने को मिलेगा। अगले करीब डेढ़ माह तक असमान्य गर्मी पड़ेगी। मई में इसका असर खत्म होगा। -डॉ. आरके सिंह, मौसम विज्ञानी, जीबी पंत कृषि विश्वविद्यालय, पंतनगर