झांसी: महाशिवरात्रि पर धूमधाम से निकाली गयी शिव बारात, भोले बाबा के भक्तों पर नागरिकों समेत मुस्लिमों ने बरसाए फूल
झांसी। महाशिवरात्रि के अवसर पर वीरांगना नगरी झांसी में गाजे बाजे के साथ कैलाशपति भगवान शिव की बारात निकाली गयी और शिव भजनों की धुनों पर नाचते गाते शिवभक्त पूरे हर्षोल्लास के साथ बारात में शामिल हुए।
बारात मुरली मनोहर मंदिर से जबरदस्त धूमधाम के साथ बड़े बाजार स्थित मुरली मनोहर मंदिर से शुरू हुई। बड़ी संख्या में सिर पर कलश रखकर महिलाएं बरात के आगे चलीं। इस दौरान सासंद अनुराग शर्मा और झांसी सदर विधायक रवि शर्मा मौजूद रहे।एक रथ पर बैठे भोले बाबा के साथ आगे नंदी भी नाचते गाते नजर आये।
इस दौरान महानगर के बच्चे, बूढ़े,महिलाओं और युवाओं ने शिव बारात में बढचढ कर हिस्सा लिया। बारात को लेकर आम जन के बीच गजब का उत्साह देखने को मिला। बाजार बड़ा बाजार से मालिन का चौराहा होते हुए जवाहर चौक, मानिक चौक से गुजरी। जगह जगह पर बारातियों का लोगों और व्यापारियों ने भव्य स्वागत किया। बारात मार्ग पर लोगों ने जमकर पुष्पवर्षा की।
बारात आगे सिंधी तिराही से रानीमहल और मिनर्वा चौराहा होते हुए सैंयर गेट पहुंची।इस दौरान सांप्रदायिक सदभाव की मिसाल उस समय देखने को मिली जब मिनर्वा चौराहे पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने शिव बारात का फूल बरसाकर स्वागत किया।इसके बाद बारात झांसी की ऐतिहासिक धरोहर और हिंदू आस्थाके प्रमुख केंद्र प्राचीनतम मढ़िया महादेव के मंदिर पहुंची ।इस मंदिर की स्थापना करीब 600 साल पहले गोसाई समाज के द्वारा की गयी थी।
समय बीतने के साथ मंदिर परिसर पर बड़े पैमाने पर अतिक्रमण किया गया।कालांतर में मंदिर परिसर को अवैध कब्जों से मुक्त कराया गया और 2007 से लगातार शिव बारात का आयोजन महाशिवरात्रि के पर्व पर किया जा रहा है।इस बार मढ़िया मंदिर के लिए कचहरी मार्ग पर स्थित नवीन मार्ग से बारात का प्रवेश हुआ।नवीन द्वार को बड़े ही आर्कषण ढंग से सजाया गया।इस दौरान पूरा बारात मार्ग हर-हर महादेव और बम बम भोले के जयघोषों से गुंजायमान रहा।ढोल नगाडों और पारंपरिक वाद्य यंत्र रमतूला और तांसों ने बारात में आर्कषण का एक अलग ही समा बांधा।
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