Kanpur News: एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने ममता बनर्जी के खिलाफ किया विरोध प्रदर्शन...CSJM यूनिवर्सिटी के बाहर रोड जाम की
कानपुर में सीएसजेएमयू यूनिवर्सिटी में छात्र-छात्राओं ने रोड जाम की
कानपुर, अमृत विचार। एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने ममता बनर्जी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने टीएमसी नेताओं और सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला। पश्चिम बंगाल में चल रहे मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। सन्देशखाली में महिलाओं के साथ शोषण के आरोप लग रहे। पश्चिम बंगाल की सीएम पर संरक्षण देने का आरोप लगाया। मंगलवार को एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने कानपुर विश्वविद्यालय के गेट पर विरोध प्रदर्शन किया। मौके पर भारी पुलिस फोर्स पहुंचा। कार्यकर्ताओं ने एसीपी कल्याणपुर को ज्ञापन सौंपा।
विकास भवन परिसर में धरने पर बैठे शिक्षक-शिक्षिकाएं
किसी शिक्षक का बच्चा बीमार है और इलाज के लिए पैसे नहीं हैं। फीस जमा करनी है, किस्तें जानी हैं। इन सबके बीच सबसे बड़ी समस्या घर चलाने की है। कोई कब तक उधार देगा। अपनी मेहनत का वेतन मांग रहे है, घर चलाने के लिए कर्ज क्यों लें। विकास भवन परिसर में बकाया वेतन भुगतान के लिए अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल पर बैठीं शिक्षिकाएं यह बताते हुए फफक पड़ीं। बोलीं वेतन दिलाया जाए।
समाज कल्याण विभाग की ओर से संचालित विद्यालयों के शिक्षकों को चार माह से वेतन नहीं मिला है। जिस कारण शिक्षकों ने मंगलवार को विकास भवन परिसर में अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल शुरू की है। शिक्षकों ने अपनी मांगों का ज्ञापन सांसद, विधायक, उप निदेशक समाज कल्याण विभाग, जिला समाज कलयाण अधिकारी को भेजकर बकाया वेतन दिलाने की मांग की है। विकास भवन परिसर में प्राइमरी विद्यालयों व सिलाई, कढ़ाई केंद्रों के शिक्षक वेतन न मिलने के कारण धरने पर बैठे हैं।
शिक्षकों का कहना है कि वेतन भुगतान न होने से परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है। समस्याओं से घिरे हैं। बार-बार अधिकारी टरका रहे हैं, सुनने वाला कोई नहीं है। शिक्षिका गीता त्रिपाठी ने आरोप लगाया है कि वेतन लेने के लिए उन्हें संबंधित अधिकारी को खर्चा देना पड़ता है। तब जाकर उनका वेतन मिल पाता है, जबकि निदेशक समाज कल्याण की ओर से लिखित में वेतन भुगतान के आदेश कर दिए गए हैं।
उन्होंने बताया कि वेतन रोकने का कारण भी अधिकारी स्पष्ट नहीं कर रहे हैं। वेतन कब तक आएगा, इसकी जानकारी भी स्पष्ट नहीं हो पा रही है। शिक्षिका ने बताया इससे पहले भी 2022 व 2023 में तीन माह का वेतन लैप्स किया गया था। अब लगता है यही तैयारी आगे के लिए भी की जा रही है। मगर इस बार बर्दास्त नहीं किया जाएगा। जब तक वेतन नहीं मिल जाता वह लोग हड़ताल से हटने वाले नहीं हैं।