गोंडा: बैंक कर्मियों की हड़ताल से 200 करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित, बैरंग लौटे खाताधारक

ग्रामीण बैंकों के एकीकरण की मांग को लेकर हड़ताल पर रहे प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक कर्मचारी

गोंडा: बैंक कर्मियों की हड़ताल से 200 करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित, बैरंग लौटे खाताधारक

गोंडा, अमृत विचार। देश भर में संचालित ग्रामीण बैंकों के एकीकरण और राष्ट्रीय ग्रामीण बैंक की स्थापना की मांग को लेकर शुक्रवार को प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक के कर्मचारी हड़ताल पर रहे। हड़ताल को चलते जिलें में बैंक की सभी 91 शाखाओं पर ताला लटका रहा। बैंक पहुंचे खाता धारकों को हड़ताल के कारण निराश होकर वापस लौटना पड़ा।

बैंक कर्मियों ने क्षेत्रीय कार्यालय पर प्रदर्शन करते हुए क्षेत्रीय प्रबंधक के माध्यम से भारत सरकार को संबोधित ज्ञापन सौंपा। इस हड़ताल के चलते करीब 2 सौ करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित रहा। देश भर में संचालित ग्रामीण बैंकों का एकीकरण करते हुए राष्ट्रीय ग्रामीण बैंक की स्थापना किए जाने की मांग को लेकर ग्रामीण बैंक के सबसे बड़े संगठन अरेविया ने शुक्रवार को देशव्यापी हड़ताल का आवाह्न किया था‌।

इस आवाह्न पर शुक्रवार को जिले में संचालित प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक की सभी 91 शाखाओं पर तालाबंदी रही और बैंक के 350 कर्मचारी हड़ताल पर रहे। हड़ताल में प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक अधिकारी एसोसिएशन, उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक एम्प्लाइज यूनियन और प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक सेवा निवृत्त कर्मचारी कल्याण समिति के पदाधिकारी व सदस्य शामिल हुए।

प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक एसोसिएशन के सचिव ओम प्रसाद तिवारी ने बताया कि पूरे देश में 43 ग्रामीण बैंक अपनी 22 हजार शाखाएं जिसमें 92 प्रतिशत शाखाएं अत्यंत पिछड़े ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित है। इन शाखाओं में 42 करोड़ ग्राहकों की सेवा करते हुए लगभग 10 लाख करोड़ का व्यवसाय किया जाता है। 

34 हजार करोड़ का रिजर्व मनी के साथ बैंकिंग जगत में शीर्ष महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त करने के बावजूद ग्रामीण बैंक भारत सरकार के उपेक्षा पूर्ण रवैये का शिकार है। इसको लेकर लगातार संघर्ष किया जा रहा है। उनकी मांग है कि देश भर के ग्रामीण बैंकों का एकीकरण कर राष्ट्रीय ग्रामीण बैंक की स्थापना की जाए।

उन्होंने कहा कि यदि इस एक दिवसीय हड़ताल के बावजूद मांगों का समाधान न हुआ तो आगामी 27 एवं 28 मार्च को देश भर के ग्रामीण बैंक कर्मी दो दिवसीय हड़ताल पर रहेंगे।बैंक कर्मियों ने क्षेत्रीय कार्यालय पर प्रदर्शन करते हुए क्षेत्रीय प्रबंधक दीपक के माध्यम से भारत सरकार को संबोधित ज्ञापन सौंपा। 

एसोशिएशन के सचिव ने दावा किया कि इस हड़ताल के चलते करीब 2 सौ करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित रहा। मांग पत्र सौंपने वालों में अभिषेक सिंह, विपिन मिश्रा, सुधीर शुक्ला,केके पांडेय, नीतीश कुमार, प्रीतम वत्स, दीपंकर सिंह, नीरज नायक, सतीश कुमार, सर्वेश तिवारी, देवकी नंदन श्रीवास्तव, शकील अहमद खान, परशुराम शर्मा, जगन्नाथ पासवान समेत अन्य शामिल रहे। 

ग्रामीण बैंक कर्मियों की यह है प्रमुख मांगे
  • ग्रामीण बैंकों का एकीकरण कर राष्ट्रीय ग्रामीण बैंक की स्थापना
  • 30 हजार रिक्तियों पर नई भर्ती
  • दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी का नियमितीकरण -मेटा नियमावली एवं सभी अवकाश नियमों में संशोधन
  • वेतन ढांचे में पूर्ण समानता सहित आईबीए वार्ता में भागीदारी
  • 2018 तक सभी को पेंशन समानता
  • कंप्यूटर इंक्रीमेंट एवं मृतक आश्रित नियुक्तियों का समुचित क्रियान्वयन
  • मेटा नियमावली के अनुसार ग्रेच्युटी भुगतान

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