बरेली: बिजली बिलों में गड़बड़ी रोकेगा विभाग, अब मीटर रीडर के साथ कर्मचारी भी रहेंगे मौजूद 

बरेली: बिजली बिलों में गड़बड़ी रोकेगा विभाग, अब मीटर रीडर के साथ कर्मचारी भी रहेंगे मौजूद 

सांकेतिक फोटो

बरेली,अमृत विचार:  बिजली बिलों में गड़बड़ी ना हो इसके लिए बिजली विभाग भी सख्त हो गया है। अधिक बिल आने से परेशान लोग अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर लगाते हैं, इसके बावजूद भी समाधान नहीं होता है। ऐसे में बिजली विभाग के अधिकारियों ने रीडिंग नोट करने के दौरान मीटर रीडर के साथ कर्मचारी भेजने का निर्णय लिया है। इसके अलावा पांच किलोवाट से अधिक के बिल अब जेई और एसडीओ की जानकारी के बाद ही बनेंगे।

पावर कारपोरेशन के चेयरमैन डाॅ. आशीष कुमार गोयल के पास लगातार गलत बिल बनाने की शिकायतें पहुंच रही थीं। इस पर उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि उपभोक्ताओं के घर पर बिल बनाने जाने वाले मीटर रीडरों के साथ विभाग का एक कर्मचारी भी जाएगा, ताकि मीटर की रीडिंग के अनुसार बिल तैयार किया जाए। इसके अलावा पांच किलोवाट से अधिक के बिल एमआरआई केबिल से बनाने को कहा था। एमआरआई केबिल से बिल बनाने के समय जेई और एसडीओ के संज्ञान में भी मामला होना जरूरी होगा।

औसतन रीडिंग से बन रहे हैं गलत बिल
जिले में बिल बनाने का काम निजी कंपनी के हवाले है। कंपनी के कर्मचारी उपभोक्ताओं के घर नहीं जाकर औसतन बिल बनाकर उन्हें दे रहे थे। जिससे उपभोक्ता रीडिंग से अधिक बिल आने की शिकायत करते हैं। पिछले दिनों गलत बिल बनाने पर 12 मीटर रीडरों पर कार्रवाई भी की गई थी।

पांच किलाेवाट से अधिक के बिल एमआरआई केबिल से बनाने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं मीटर रीडरों के साथ बिल बनाने जाने समय कर्मचारियों को भी भेजा जा रहा है---अशोक कुमार चौरसिया, अधीक्षण अभियंता ग्रामीण।

यह भी पढ़ें- बरेली: रिश्वत लेने के मामले में फंसे जिला कमांडेंट, गिरफ्तारी के लिए शासन के आदेश का इंतजार

ताजा समाचार

हल्द्वानी: उत्तराखंड सरकार ने छात्रसंघ चुनाव न कराने पर कुलसचिवों को नोटिस दिया
हरियाणा: सैनी और उनके मंत्रियों ने संभाला कार्यभार, पदभार ग्रहण करते ही कही ये बात
शाहजहांपुर: किराना स्टोर को बना रखा था अवैध विस्फोटक का जखीरा, जालाबाद पुलिस ने की कार्रवाई
बहराइच हिंसा को लेकर योगी पर भड़के डी. राजा, कहा- UP में बढ़ रहा अपराध
मध्यप्रदेश: एकनाथ शिंदे के सांसद पुत्र पर महाकाल मंदिर में नियम तोड़ने का आरोप, गर्भगृह में प्रवेश कर की पूजा 
छेड़छाड़ पीड़िता डॉक्टर की तबीयत हुई खराब...कानपुर के उर्सला अस्पताल के नेत्र रोग विशेषज्ञ पर लगाया था आरोप