महिलाओं को ब्रेस्टफीडिंग न कराना पड़ सकता है भारी, यह ले सकता है ब्रेस्ट कैंसर का रूप

महिलाओं को ब्रेस्टफीडिंग न कराना पड़ सकता है भारी, यह ले सकता है ब्रेस्ट कैंसर का रूप

बरेली, अमृत विचार। चमक-दमक के दौर में आजकल महिलाएं अपने शरीर को बेहद खूबसूरत रखना पसंद करती हैं। जिसके लिए वह रोजाना व्यायाम के साथ डायटिंग और अपने खानपान का भी अच्छे से ख्याल रखती हैं। जिससे वह एकदम यंग और अट्रैक्टिव दिख सकें। 

यही वजह है कि महिलाओं में आज दिन ब दिन इसका क्रेज बढ़ता जा रहा है। यही वजह है कि आज की महिलाएं ब्रेस्टफीडिंग कराने से बच रही हैं। जिसके चलते महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर जैसी समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। ऐसे में जिला अस्पताल की डॉ. शेव्या ने बताया कि ब्रेस्टफीडिंग कराना जितना बच्चे के लिए लाभदायक है उतना ही मां की सेहत के लिए भी अच्छा होता है। 

ब्रेस्टफीडिंग न कराने पर 30 साल से अधिक उम्र की महिलाओं को ज्यादा ब्रेस्ट कैंसर होने की संभावाना होती हैं। डॉक्टर सलाह देते हैं कि केवल एचआईवी जैसे संक्रमण से प्रभावित महिलाओं को ही ब्रेस्टफीडिंग नहीं करानी चाहिए। इसके अलावा अन्य सभी महिलाओं का ब्रेस्टफीडिंग कराना उनके स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है। 

दरअसल, ब्रेस्ट कैंसर होने की वैसे कई वजह हैं, जिनमें से एक महिलाओं का ब्रेस्टफीडिंग नहीं कराना भी शामिल है। इसकी वजह है कि ब्रेस्टफीडिंग न करने से ब्रेस्ट में दूध भर जाता है। जिसके जमने से ब्रेस्ट में गांठ बनकर ब्रेस्ट कैंसर का रूप ले लेती है।

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