बरेली: महंगाई के इतिहास में एक और अध्याय, 400 रुपये तक पहुंचा लहसुन का भाव

पिछले साल इन्हीं दिनों में सिर्फ 50 रुपये किलो का था रेट

बरेली: महंगाई के इतिहास में एक और अध्याय, 400 रुपये तक पहुंचा लहसुन का भाव

बरेली, अमृत विचार। टमाटर और प्याज की तरह लहसुन ने भी इतिहास रच दिया है। पिछले साल 50 रुपये किलो में मारा-मारा फिरने वाला लहसुन इस बार साढ़े तीन सौ से चार सौ तक पहुंच गया है।

बताया जा रहा है कि देश की प्रमुख लहसुन मंडी मध्यप्रदेश के नीमच, मंदसौर और राजस्थान के कोटा में इस बार बारिश से लहसुन खराब होने से आपूर्ति घटी है और दाम बढ़ गए हैं। मंडी एसोसिएशन के अध्यक्ष शुजाउर रहमान के मुताबिक करीब दस दिन पहले थोक मंडी में लहसुन साढ़े तीन सौ से चार सौ तक के रेट में बिक रहा था जो अब करीब पांच सौ रुपये तक पहुंच गया है। फुटकर बाजार में रेट साढ़े छह से सात सौ तक है। इन दिनों लहसुन की दो-तीन गाड़ी ही मंडी में आ रही हैं। पहले सात से आठ गाड़ी पहुंचती थी।

दो महीने में पांच गुना बढ़ा भाव
दो महीने में लहसुन का भाव पांच गुना से ज्यादा बढ़ा है। दिसंबर में भाव 150 रुपये किलो था। कुतुबखाना मंडी में लहसुन के थोक कारोबारी बबलू के मुताबिक दक्षिण भारत में लहसुन की पैदावार अधिकतर हिस्सा निर्यात होने से भाव बढ़ा है। उत्तर भारत में लहसुन की खुदाई अप्रैल में होती है।

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