रामपुर : खुलेआम Traffic Rules की धज्जियां उड़ा रहे नाबालिग, जिम्मेदार बने मूकदर्शक

तीन दिन पहले ही शासन ने वाहन स्वामियों के खिलाफ कार्रवाई करने के दिए थे निर्देश

रामपुर : खुलेआम Traffic Rules की धज्जियां उड़ा रहे नाबालिग, जिम्मेदार बने मूकदर्शक

 स्कूटी से स्कूल जाती छात्राएं, नियमों का ताक पर रखकर बाइक दौड़ाती किशोरी।

रामुपर, अमृत विचार। दो दिन पहले शासन से जारी हुए आदेश को पुलिस और अभिभावकों ने मिलकर आदेश को हवा में उड़ा दिया। 18 साल से कम उम्र की छात्राएं स्कूटी से स्कूल आती-जाती रहीं। जिम्मेदार मूक दर्शक बने रहे। बताते चलें कि रोजाना सड़कों पर हादसे होते रहते हैं। जिसमें जान गंवाने वाले 18 साल से कम उम्र के किशोर और किशोरियां शामिल होती है। यह लोग ट्यूशन और स्कूल जाने के समय घर में खड़ी बाइक और स्कूटी निकाल ले जाते हैं। उसके बाद हादसे का शिकार हो जाते हैं।

हादसों पर रोक लगाने के लिए बुधवार को शासन ने आदेश जारी किया था जिसमें साफ कहा गया है कि 18 वर्ष से कम उम्र के किशोर या किशोरियों पर दो पहिया या चार पहिया वाहन चलाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। यदि कोई वाहन स्वामी 18 वर्ष से कम उम्र के बालक या बालिकाओं को वाहन चलाने के लिए देता है। उसको तीन साल सजा और 25 हजार का जुर्माना से दंडित किया जाएगा। जिसका पालन कराने के लिए शासन ने अधिकारियों अवगत करा दिया था,लेकिन सरकार का यह आदेश अभिभावकों और पुलिसकर्मियों ने मिलकर हवा में उड़ा गया। पूरे-पूरे दिन 18 साल से कम उम्र के बच्चे स्कूटी और बाइक दौड़ा रहे हैं।

छात्रों को बाइक से आने पर नहीं रोक रहा स्कूल का स्टॉफ
18 साल से कम उम्र के छात्र और छात्राएं स्कूलों में धड़ल्ले से अपने वाहनों से पढ़ने जा रहे हैं। गुरुजी भी बच्चों को कानून का पाठ तक नहीं पढ़ा रहे हैं। स्कूलों की छुट्टी होने के बाद यह छात्र-छात्राएं एक-एक बाइक पर तीन-तीन सवार होकर आते हैं। लेकिन पुलिस उनको रोकने का प्रयास तक नहीं करती है।  

18 साल से कम उम्र के किशोर और किशोरियों के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है। गुरुवार को भी अभियान चलाकर आठ लोगों का चालान काटा गया है। आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी।- विजेंद्र सिंह,ट्रैफिक इंचार्ज

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