कासगंज : प्रसूता की मौत का मामला...जांच पूरी, दोषी दो स्टाफ नर्स की सेवा समाप्त
डीएम के आदेश पर राजस्व विभाग की टीम कर रही थी जांच
गंजडुंडवारा, अमृत विचार। सामुदायक स्वास्थ्य केन्द्र पर पिछले दिनों हुई प्रसूता की मौत के मामले में चल रही जांच पूरी हो गई है। जांच रिपोर्ट के बाद जिलाधिकारी के निर्देश पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने दो स्टाफ नर्स की सेवाएं समाप्त कर दी हैं। जबकि चिकित्सक के विरुद्ध अभी भी जांच जारी है।
बीती 10 अगस्त को गांव गजौरा निवासी प्रसूता ममता पत्नी मोहन सिंह पुत्री अशोकपाल ने सामान्य प्रसव से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गंजडुण्डवारा पर पुत्र को जन्म दिया था। प्रसव उपरान्त ममता का लगातार रक्तस्राव बना रहा। स्थिति अनियन्त्रित होने के कारण तैनात स्टाफ द्वारा ममता को जिला अस्पताल कासगंज रेफर कर दिया गया था। जिसके बाद रास्ते में उनकी मृत्यु हो गयी थी। मामले में परिजनों द्वारा सीएचसी अधीक्षक मुकेश यादव एवं तीन स्टाफ नर्स अलीश, बेवी व अर्चना यादव पर लापरवाही सहित गंभीर आरोप लगाते हुए प्रसूता की मौत का जिम्मेदार बताया था। सीएचसी पर परिजनो मृतका का शव रखकर विरोध प्रदर्शन कर लापरवाहो पर कार्यवाही की मांग की थी, जिसके बाद प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए जिला मजिस्ट्रेट मेधा रुपम द्वारा जांच के आदेश दिए गए थे। जांच के लिए एसडीएम अंजली गंगवार की अध्यक्षता में टीम का गठन किया गया। जांच अब पूरी हो चुकी है। जांच मे स्टाफ नर्स बेवी कुमारी व अर्चना यादव दोषी पायी गई हैं, जिसके बाद जिलाधिकारी की संस्तुति पर दोनों की सेवा समाप्त कर दी गई है।
प्रसूता की मृत्यु के मामले मे दो स्टाफ नर्स बेवी कुमारी व अर्चना यादव दोषी पाई गई हैं। जिलाधिकारी की संस्तुति के बाद सेवा पूर्ण रूप से समाप्त कर दी गई। अन्य जांच जारी है। -राजीव अग्रवाल, सीएमओ