नैनीताल: रोडवेज बसों की कमी से लोग परेशान, पास बनाने के बावजूद टैक्सी में जाना मजबूरी

नैनीताल: रोडवेज बसों की कमी से लोग परेशान, पास बनाने के बावजूद टैक्सी में जाना मजबूरी

नैनीताल, अमृत विचार। नैनीताल बस स्टैंड में रोजाना 4 से 5 बजे तक रोडवेज की एक भी बस उपलब्ध नहीं होने के कारण यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

4 बजे के बाद ही स्कूली बच्चे और कर्मचारियों का सबसे अधिक आना-जाना रहता है। और इस समय पर रोडवेज बस स्टैंड में एक भी बस उपलब्ध नहीं होती। जिसके कारण लोगों को घंटो बस का इंतज़ार करना पड़ता है और टैक्सी में दो से तीन गुना किराया देना पड़ता है।

जहां पर्यटन सीजन के दौरान रोजाना 33 बसें चलाई जाती है और वह रोजाना लगभग 45 चक्कर लगाती हैं। वहीं आफ सीजन में इन बसों को कम कर दिया जाता है जिसके बाद मात्र 25 बसें चलाई जाती हैं, जो सिर्फ 34 चक्कर लगाती हैं। हालात यह है कि नैनीताल रोडवेज बस स्टैंड में बसें नही होने के कारण रोजाना आवाजाही करने वाले यात्रियों को बस पास होने के बाद भी टैक्सी में अधिक किराया देकर जाना पड़ रहा है।

नियमों का किया जा रहा उल्लंघन 
नैनीताल में रोडवेज बसों में क्षमता से अधिक सवारी ले जाने पर कमिश्नर ने चालक व परिचालक के चालान भी काटे थे। और सख्त निर्देश दिए थे कि रोडवेज बस में एक भी स्टैंडिंग सवारी नहीं ले जा सकते उसके बाद भी बसों में यात्रियों को ठूंस कर ले जाया जा रहा है।

चालक परिचालक लगाते हैं मात्र दो चक्कर 
रोडवेज बसों में अधिकतर चालक व परिचालक संविदा  पर कार्यरत हैं। जिसके कारण वह नैनीताल हल्दवानी के सिर्फ़ दो ही चक्कर लगाते हैं और उसके बाद बसों को खड़ा कर देते हैं।

इन दिनों सवारियों की कमी के कारण लोकल बसें कम कर दी जाती हैं। रूटीन व लम्बी दूरी की कोई भी बस रद नही की गई हैं। कोशिश की जाएगी कि यात्रियों को अच्छी सुविधा उपलब्ध कराई जाए। जल्द ही बसों को बढ़ाया जाएगा।
-सुरेंद्र सिंह बिष्ट, रोडवेज सहायक महाप्रबंधक हल्द्वानी