बालक नाथ ने मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल होने की अटकलों पर कहा- चर्चाओं को करें नजरअंदाज 

बालक नाथ ने मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल होने की अटकलों पर कहा- चर्चाओं को करें नजरअंदाज 

जयपुर। राजस्थान की तिजारा विधाानसभा सीट से नवनिर्वाचित विधायक बाबा बालकनाथ ने आगामी मुख्यमंत्री पद के संभावित दावेदारों में उनके नाम को लेकर चल रही चर्चाओं पर शनिवार को कहा कि लोग ऐसी चर्चाओं को नजरअंदाज करें। विधायक ने कहा कि उन्हें अभी प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में अनुभव प्राप्त करना है। बालकनाथ ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर लिखा, ‘‘चुनाव परिणाम आने के बाद से मीडिया और सोशल मीडिया पर चल रही चर्चाओं को नजरअंदाज करें।

मुझे अभी प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में अनुभव प्राप्त करना है।’’ इसके साथ ही उन्होंने लिखा है कि पार्टी ने तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जनता-जनार्दन ने पहली बार सांसद व विधायक बना कर राष्ट्र सेवा का अवसर दिया। उल्लेखनीय है कि राजस्थान राज्य की 200 में से 199 सीटों पर हुए चुनाव के परिणाम रविवार को आए थे।

भाजपा को 115 सीटों के साथ बहुमत मिलने के बाद मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर संशय बरकरार है। मुख्यमंत्री पद के संभावित दावेदारों में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुनराम मेघवाल, नवनिर्वाचित विधायक बाबा बालक नाथ और दीया कुमारी के नामों की अटकलें चल रही हैं। भाजपा ने राजस्थान में विधायक दल का नेता चुनने के लिए निर्वाचित विधायकों के साथ बैठक करने हेतु रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व में पर्यवेक्षकों को नियुक्त किया है।

ये भी पढ़ें - तेलंगाना में 11 मंत्रियों को विभागों का आवंटन, जानें किसके पास कौन सा मंत्रालय

ताजा समाचार

Kanpur: एपी फैनी कम्पाउंड की जमीन खरीद फरोख्त में पुलिस ने सलीम को उठाया...लेखपाल ने पांच लोगों के खिलाफ दर्ज कराई FIR
कुलदेवता मंदिर पर इस्लामिक झंडा लगाकर फोटो वायरल की
मुरादाबाद: ननदोई ने किया दुष्कर्म तो पति बोला- तलाक, तलाक, तलाक...पीड़िता ने एसएसपी से लगाई न्याय की गुहार
बरेली: विजय खुद भी कभी नहीं गया क्लास और मिल गई डिग्री, बस यहीं से हुई फर्जीवाड़े की शुरुआत
वन नेशन, वन इलेक्शन प्रस्ताव को मंजूरी देने पर योगी ने जताया आभार
Kanpur: पार्क के कब्जे ढहाने पहुंचा केडीए का दस्ता, बुलडोजर के आगे लेटी महिलाएं...मिन्नतें करते दिखे अधिकारी, बैरंग लौटे