बरेली: साफ छवि के एसीएमओ को करो टीम में शामिल, इलेक्ट्रिक सेफ्टी विभाग को जांच की जिम्मेदारी

बरेली: साफ छवि के एसीएमओ को करो टीम में शामिल, इलेक्ट्रिक सेफ्टी विभाग को जांच की जिम्मेदारी

बरेली, अमृत विचार। बीते मंगलवार को जिला महिला अस्पताल के एसएनसीयू में आग गई थी, यहां भर्ती 7 बच्चों को आनन फानन में बदायूं मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया इस दौरान रास्ते में 1 बच्चे की मौत हो गई थी, मामला उजागर होने के बाद बुधवार को डीएम रविंद्र कुमार जिला महिला अस्पताल पहुंचे।

इस दौरान उन्होंने सीएमओ डॉक्टर विश्राम सिंह को निर्देश दिए। उन्होंने आदेश दिया कि विभाग की ओर से गठित टीम मामले की जांच नही करेगी, सम्पूर्ण जांच की जिम्मेदारी इलेक्ट्रिक सेफ्टी विभाग को दी जाएगी। 

साफ छवि के एसीएमओ को करो शामिल 
निरीक्षण के दौरान डीएम ने सीएमओ डॉक्टर विश्राम सिंह को साफ तौर पर निर्देश दिए कि विभाग में साफ छवि के सीएमओ को जांच टीम में शामिल किया जाए उनका कार्य मामले से जुड़े दस्तावेज जताने के लिए होगा। 

डरे नही बताएं, पैसे तो नही लिए जाते
अस्पताल के निरीक्षण के दौरान डीएम ओपीडी पहुंचे यहां रजिस्टर चेक किया साथ ही मरीजों से पूछा कि यहां इलाज के नाम पर पैसे तो नहीं लिए जाते इस पर मरीजों ने जवाब दिया कि यहां सुविधा ठीक मिल रही है पैसे संबंधी कोई बात नहीं है।

 मेडिकल स्टोर पर लटका मिला ताला
ओपीडी के निरीक्षण के बाद डीएम सीएमएस कार्यालय स्थित मेडिकल स्टोर पहुंचे तो यहां ताला लटका हुआ था। इस पर सीएमएस को आदेश दिया कि फौरन संबंधित फार्मासिस्ट को बुलाकर दवा का रिकॉर्ड चेक कराया। इस पर ताला खुलवाकर दवा की जानकारी ली।

ये भी पढे़ं- बरेली: नवजात शिशुओं की जिंदगी से खेल, बरेली से बदायूं और बदायूं से सैफई

 

ताजा समाचार

रायबरेली : साइकिल की दुकान में लगी आग, लाखों का नुकसान
आज नहीं तो कल आतंकवादियों से मिलने की कोशिश करेंगे राहुल गांधी : संजय निषाद
कानपुरवासियों को मिली आगरा-वाराणसी वंदेभारत की सौगात; सांसद ने दिखाई ट्रेन को हरी झंडी, यहां पढ़ें ट्रेन की खासियत...
Unnao: शोभा यात्रा निकालने के साथ गणेश पंडालों में हुई पूजा-अर्चना, नम आंखों से दी गई गजानन महाराज को विदाई
'…खान, आईजी बोल रहा हूं…' जालसाज ने आईपीएस अधिकारी के नाम पर कॉल कर धमकाया, रिपोर्ट दर्ज
Unnao: तेजी से बढ़ रहा गंगा का जलस्तर, प्रशासन कर रहा नजरअंदाज, तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों की बढ़ी मुसीबतें