साक्षात्कार : रामपुर पुलिस अधीक्षक बोले- महिला उत्पीड़न-पीड़ितों के साथ अन्याय नहीं होगा बर्दाश्त
सप्ताह का साक्षात्कार: पुलिस अधीक्षक बोले- कठोर रवैया सिर्फ अपराधियों के लिए, जनता पुलिस को संरक्षक समझे
रामपुर। 1999 बैच के आईपीएस अधिकारी राजेश द्विवेदी मूलरूप से यूपी के मिर्जापुर जिले के रहने वाले हैं। इलाहाबाद से एमबीए की पढ़ाई की। पहली पोस्टिंग कानपुर में हुई। इसके बाद कानपुर देहात में तैनात रहे। इंटेलिजेंस हेड क्वाटर में भी तैनाती रही। रामपुर से पहले हरदोई में भी लॉ एंड आर्डर की पहरेदारी की। एनकाउंटर करने में भी पहचान रही।उन्होंने बताया कि जिले में अ पराध पर नियंत्रण, महिला उत्पीड़न, पीड़ितों के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके लिए सभी थाना प्रभारियों को सख्त निर्देश दिए हैं। जिले में आने वाले दिनों में कानून व्यवस्था कैसी होगी, अपराधियों से कैसे निपटा जाएगा, महिला अपराधों समेत कई बिंदुओं पर अमृत विचार के ब्यूरो प्रभारी आशुतोष शर्मा ने पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी से वार्ता की। पेश हैं बातचीत के प्रमुख अंश...
जनपद के लिए आपकी क्या प्राथमिकताएं हैं?
लॉ एंड आर्डर कंट्रोल करना यह मेरी पहली प्राथमिकता है। जिले में क्राइम रेट में कमी आई है। जनता से संवाद और उनको सुरक्षा उपलब्ध कराना भी प्राथमिकता है। कठोर रवैया सिर्फ अपराधियों के लिए है। जनता पुलिस को अपना संरक्षक समझे। लंबित वारदातों का पर्दाफाश व अपराध नियंत्रण प्राथमिकताओं में शामिल है।
पुलिस पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहते हैं। हाल ही में एक दरोगा रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार हुआ है, इसके लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं?
किसी एक की वजह से पूरे डिपार्टमेंट पर प्रश्न चिन्ह लगता है। भ्रष्टाचार करने वालों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाती है। उनको किसी भी प्रकार का संरक्षण नहीं दिया जाता है। भ्रष्टाचार कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। निष्पक्ष जांच कर पीड़ित को न्याय दिलाया जाएगा। फरियादी से अभद्रता करने पर बख्शा नहीं जाएगा।
जनपद में महिला उत्पीड़न के मामले पिछले कुछ वर्षों में बढ़े हैं। इसे रोकने के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे?
रामपुर में महिलाओं में जागरूकता आ रही है, अब नारी प्रताड़ना को स्वीकार करना नहीं चाहती है। इसलिए हर आए दिन शिकायत देखने को मिलती है। प्रयास यही रहता है कि परामर्श केंद्र में सुलह समझौता हो जाए। इसके बाद भी जब बात नहीं बनती है तो मुकदमा कायम कर दोषी पर उचित कार्रवाई की जाती है।
लूट, छिनैती और चोरी की घटनाएं आम हो चुकी हैं, इस पर लगाम कैसे लगेगी?
यह कहना सही नहीं होगा कि लूट की घटनाएं आम हो गईं हैं। ये जरूर कहा जा सकता है कि टप्पेबाजी और चोरी की घटनाओं में बढ़ोत्तरी हुई है। घटना होते ही टीम का गठन कर जल्द से आरोपियों को पकड़ा जाता है। हाल ही में मुनीम के साथ हुई लूट का भी खुलासा हो गया है। शीघ्र ही चोरी और नकबजनी की घटनाओं पर भी लगाम लगेगा।
जाम की समस्या से लोगों को अभी भी निजात नहीं मिल पा रही है। यातायात व्यवस्था कैसे दुरुस्त करेंगे?
ज्यादातर जगह पर अतिक्रमण के कारण जाम की स्थिति उत्पन्न होती है। जाम की समस्या से अकेले पुलिस ही नहीं जूझ सकती है। व्यापारियों और पालिका को भी आगे आना पडे़गा। बहुत जल्द व्यापारी संगठनों के साथ बैठक कर ठोस रणनीति बनाई जाएगी। जिसके फलस्वरूप जनता को जाम की समस्या से भी निजात मिलेगी। ई-रिक्शाओं का भी रूट निर्धारित किया जाएगा।
तहसील दिवस की अपेक्षा थाना समाधान दिवस में कम फरियादी पहुंचते हैं, क्या जनता को पुलिस से न्याय की अपेक्षा नहीं?
ज्यादातर मामले राजस्व से संबंधित होते हैं, इसलिए थाना समाधान दिवस की अपेक्षा फरियादी तहसील दिवस में ज्यादा पहुंचते हैं। फिर भी अगर जनता को कोई भी समस्या हो तो वह थाना समाधान दिवस का इंतजार न करे। संबंधित थाने में अपनी शिकायत दर्ज कराए। समस्या का समाधान होगा।
जनपद में लोकसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी शुरू हो गई है। इसके लिए पुलिस ने क्या तैयारी की है?
चुनाव के लिए पुलिस ने पूरी तैयारी कर ली है। असमाजिक तत्वों पर नकेल कसना शुरू कर दी है। असलहा जमा करवाए जा रहे हैं। पैदल मार्च निकालकर लोगों को मतदान के प्रति पुलिस की तैयारी का भरोसा दिलाया जाएगा। सोशल मीडिया पर पैनी नजर रखी जा रही है। अफवाह फैलाने और लोगों को बरगलाने वालों की भी निगरानी की जा रही है।
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