बरेली: नगर निगम हवा की सेहत सुधारने के लिए 33 करोड़ के काम करा रहा

धूल न उड़े, इसके लिए सड़क किनारे पटरी पक्की कराने के साथ पौधरोपण किया जा रहा

बरेली: नगर निगम हवा की सेहत सुधारने के लिए 33 करोड़ के काम करा रहा

बरेली, अमृत विचार : राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के तहत शहर में हवा की सेहत सुधारने के लिए नगर निगम 33 करोड़ रुपये के कार्य करा रहा है। सड़क किनारे पौधरोपण के साथ पटरियों को पक्का करा रहा है। इसके अलावा अन्य बड़े प्रोजेक्ट पर भी काम चल रहा है, ताकि वायु प्रदूषण को काम किया जा सके।

21-22 में वायु प्रदूषण का वार्षिक क्वालिटी इंडेक्स 159 पीएम था। वह जून 22-23 में 114 पीएम रह गया है। वायु प्रदूषण में देश में जहां दिल्ली पहले तो बरेली आठवें नंबर पर है। इसे कम करने के लिए आईआईटी कानपुर ने शहर का सर्वे किया। वायु प्रदूषण के कारणों को बताया तो निगम ने उस पर युद्ध स्तर पर काम करना शुरू कर दिया। अफसर जून से अब तक चार महीने में इस इंडेक्स को 108-109 पीएम पर लाने का दावा कर रहे हैं। हालांकि, दिवाली के बाद हवा कुछ प्रदूषित हुई है।

पर्यावरण अभियंता राजीव राठी ने बताया कि सर्वे के अनुसार शहर में वायु प्रदूषण का मुख्य कारण सड़क किनारे पटरी की धूल है। साथ ही सड़क के उखड़ने पर उत्सर्जित होने वाली धूल है, इसके नियंत्रण के लिये राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के तहत सुभाष नगर और वनखंडीनाथ मंदिर के पास नगर वाटिका बनाने का काम चल रहा है। बड़े मैदान में पौधे लगाए गए हैं। इसके अलावा रामपुर रोड पर मिनी बाईपास तिराहे से झुमका तिराहा, बदायूं रोड ओवरब्रिज के किनारे, डेलापीर तिराहे से बैरियर तक, इज्जतनगर रेलवे स्टेशन से मिनी बाईपास और जेल बाउंड्री रोड तक पौधे लगाए जा रहे हैं।

सड़क किनारे पटरी को पक्की करने का काम: 100 फुटा रोड के दोनों किनारों पर इंटरलाकिंग कार्य, आजाद इंटर कॉलेज से सैलानी तक हाटमिक्स रोड, वार्ड 27 परसाखेड़ा में ट्यूलिया अड्डा तक सड़क निर्माण, इसके अलावा सात अन्य जगहों पर सड़क किनारे पटरी को पक्की करने का काम कराया जा रहा है।

ग्रीन क्रीमीटोरियम का निर्माण भी एक माह में होगा पूरा: वायु प्रदूषण रोकने के लिए संजय नगर में बनाया जा रहा ग्रीन क्रीमीटोरियम का काम दिसंबर तक पूरा हो जाएगा। तीन करोड़ की लागत से बनने वाले इस प्रोजेक्ट में शव जलाने के लिए लकड़ी का प्रयोग नहीं होगा। गोबर की लकड़ी का इस्तेमाल होगा, जिससे उठने वाला धुआं प्रदूषित नहीं होगा।

प्रदूषण फैलाने वाले तत्व चिमनी के अंदर ही खत्म हो जाएंगे। वहीं, बुधवार को विकास कार्यों की हुई समीक्षा बैठक में पर्यावरण अभियंता राजीव राठी ने डीएम रविंद्र कुमार को शहर में वायु प्रदूषण कम करने के लिए राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के तहत हो रहे कार्यों की जानकारी दी।

राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के तहत शहर में वर्ष 22-23 में 33 करोड़ के काम हो रहे हैं। इसके 75 फीसदी काम कराने पर निगम को 10 फीसदी प्रोत्साहन राशि मिलेगी। वर्ष 23-24 के लिए इसी कार्य के लिए 53 करोड़ रुपया आवंटित हैं। इसमें से 24 करोड़ मिला है। इसका प्रयोग कर लेने पर भी प्रोत्साहन राशि मिलेगी।- निधि गुप्ता वत्स, नगर आयुक्त

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