पंतनगर: टीडीसी में एमडी व वित्त नियंत्रक की स्थाई नियुक्ति की मांग

पंतनगर। उत्तराखंड बीज एवं तराई विकास निगम (टीडीसी) में कर्मियों का विगत तीन माह से वेतन सहित बीज उत्पादकों का अंतिम भुगतान लंबित है। इससे आहत टीडीसी कर्मचारी संघ ने मुख्यमंत्री से निगम में स्थाई प्रबंध निदेशक व वित्त नियंत्रक की नियुक्ति की गुहार लगाई है। कर्मचारी संघ ने सोमवार को सीएम को भेजे पत्र …

पंतनगर। उत्तराखंड बीज एवं तराई विकास निगम (टीडीसी) में कर्मियों का विगत तीन माह से वेतन सहित बीज उत्पादकों का अंतिम भुगतान लंबित है। इससे आहत टीडीसी कर्मचारी संघ ने मुख्यमंत्री से निगम में स्थाई प्रबंध निदेशक व वित्त नियंत्रक की नियुक्ति की गुहार लगाई है।

कर्मचारी संघ ने सोमवार को सीएम को भेजे पत्र में कहा कि वर्तमान में टीडीसी में स्थाई प्रबंध निदेशक व वित्त नियंत्रक की नियुक्ति न होने के कारण विगत तीन माह से कर्मियों को वेतन आदि का भुगतान नहीं हुआ है। इसके चलते उनके परिवार भुखमरी की कगार पर आ गए हैं। पूर्व में संघ द्वारा निगम कर्मियों को जनवरी 2016 से अनुमन्य महंगाई भत्ते का भुगतान कराने की मांग के बावजूद प्रबंधन द्वारा अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे कर्मियों में असुरक्षा व आक्रोश का माहौल है।

बीती तीन सितंबर को टीडीसी में एमडी, जीएम व वित्त नियंत्रक की नियुक्ति के लिए शासन में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में कृषि मंत्री, मुख्य सचिव, कृषि उत्पादन आयुक्त की एक बैठक होनी थी। जिसके निरस्त हो जाने से निगम कर्मी निराश हैं।

बता दें कि दो माह पूर्व तत्कालीन जिलाधिकारी व टीडीसी एमडी डॉ. नीरज खैरवाल के स्थानांतरण के चलते जिले के मुख्य कृषि अधिकारी व निगम के महाप्रबंधक डॉ. अभय सक्सेना को कार्यवाहक एमडी का प्रभार सौंपा गया था। उनकी वित्तीय पावर मात्र 50 हजार रूपए है, जबकि कर्मियों के वेतन मद में लगभग 70-80 लाख रूपए प्रतिमाह का भुगतान होना होता है। इसके अलावा निगम के बीज उत्पादकों का भी लगभग एक करोड़ रूपए अंतिम भुगतान लंबित है। स्थाई एमडी व वित्त नियंत्रक की नियुक्ति होते ही यह भुगतान तत्काल निगम द्वारा किए जा सकते हैं।