बाराबंकी का देवा मेला: 'अजब मशीन की गजब कहानी' ने दर्शकों को किया लोटपोट, नाटक से दिया यह मजेदार संदेश...  

बाराबंकी का देवा मेला: 'अजब मशीन की गजब कहानी' ने दर्शकों को किया लोटपोट, नाटक से दिया यह मजेदार संदेश...  

देवा, बाराबंकी। देवा मेला के पंडाल में लखनऊ की रासरंग संस्था के कलाकारों द्वारा अजब मशीन की गजब कहानी नमक हास्य नाटिका प्रस्तुत की गई जिसे देखकर दर्शक लोटपोट हो गये l नाटक का नायक कल्याण मियां है जो की एक कबाड़ी वाला है एक दिन वह कबाड़ की नीलामी में प्रोफेसर के घर से एक मशीन खरीद कर लाता है और घर लाकर उसे सही करने में लग जाता है एक दिन उसे मशीन को देखने के बहाने कल्लन की बीवी उस मशीन में घुस जाती है तभी अचानक मशीन चल पड़ती है। 

मशीन बंद होने पर जब उसकी बीवी मशीन से बाहर निकलती है तो उसकी उम्र कम हो जाती है यह बात पूरे गांव में फैल जाती है एक दिन उसका पड़ोसी भूषण या देखने के लिए कल्याण की मशीन में घुस जाता है और वह जब बाहर निकलता है तो तो वह छोटा हो जाता है और यह सब देखकर कल्याण कहता है कि खुदा की कारसाजी में दखल देना बुरी बात होती है और कहानी समाप्त हो जाती है l

शांति व्यवस्था के नाम पर हो रही शक्ति पर बर्फ देवा मेला कमेटी के सदस्य

देवा महोत्सव के दौरान ऑडिटोरियम में होने वाले बड़े कार्यक्रमों से आम आदमी की दूरी व शांति व्यवस्था के नाम पर पुलिस द्वारा सख्ती किये जाने और पंडाल के आयोजनों में आम महिलाओं को प्रवेश न दिये जाने को लेकर गुरुवार को मेला समिति के सदस्यों का सब्र का बांध टूट ही गया।

सदस्यों ने कहा कि शक्ति के चलते मेला कार्यक्रमों पर असर पड़ रहा है। देवा मेला समिति के सदस्य राजा सर्वेश्वर बली, तालिब नजीब कोकब, फवाद किदवई, इकबाल मुबाशिर किदवई ने गुरुवार को देवा मेला परिसर स्थित राजा सर्वेश्वर बाली के कैंप में संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कवि सम्मेलन और मुशायरा के शायर व कवियों के नाम की जानकारी देने के बहाने बातों बातों में पहले तो मेला व्यवस्था के खिलाफ अपनी भड़ास निकली। लेकिन कैमरे के सामने बोलने से बचते रहे।

ऑडिटोरियम में होने वाले कार्यक्रमों से सदस्यों की इस बार बनाई गई दूरी के संबंध में सवाल पूछने पर सदस्यों ने चुप्पी साथ ली। वरिष्ठ सदस्य राजा सर्वेश्वर बली ने कहा कि आप जो कह रहे हैं वही हम लोगो का एजेंडा है। आम आदमी के साथ व्यवस्था के नाम पर की जा रही पुलिसिया सख्ती के चलते आम आदमी कार्यक्रमों में नहीं पहुंच पा रहा है।

सदस्य तालीम नजीब कोकब ने कहा कि कवि सम्मेलन व मुशायरा व अन्य कार्यक्रमों में वीआईपी दीर्घा में आगे की दो पंक्तियां वीआईपी के लिए आरक्षित करने के बाद पीछे की पंक्तियों में कार्यक्रम देखने आने वाली महिलाओं को वरीयता दी जाए। शांति व्यवस्था के नाम पर की जा रही सख्ती से मेले की भीड़ पर असर पड़ रहा है।

इस बार देवा मेले के उद्घाटन कार्यक्रम में पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष बड़ी भिन्नता देखने को मिली  जिलाधिकारी, अपर जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक से इस संबंध में मेला समिति के सदस्य मिलकर वार्ता करेंगे कि ऑडिटोरियम में होने वाले कार्यक्रमों में महिलाओं को विशेष सम्मान मिले। महिलाओं को कार्यक्रम देखने से कतई न रोका जाए।

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