बरेली: मूक बधिर पैरा एथलीट रिदिम शर्मा की सफलता ने मचाया शोर, वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप ब्राजील में लेंगी भाग
राष्ट्रीय स्तर के कई प्रतियोगिताओं में पदक अपने नाम कर चुकीं, जनवरी में वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप ब्राजील में लेंगी भाग
शब्या सिंह तोमर, बरेली, अमृत विचार : शहर की पैरा एथलीट रिदिम शर्मा जनवरी में होने वाली वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप ब्राजील में भाग लेने वाली हैं। वह जन्म से मूकबधिर हैं, मगर उन्होंने कभी इसे अपनी कमजोरी नहीं बनने दिया। माता-पिता ने प्रोत्साहित किया तो कोच ने उन्हें आगे बढ़ने की राह दिखाई। हौसले के दम पर वह सफलता की उड़ान भर रही हैं।
बड़ा बाजार निवासी 17 वर्षीय रिदिम डैफ एथलेटिक्स में 200 और 400 मीटर रिले की धाविका हैं। वह फरवरी में नेशनल एथलेटिक्स चैंपियनशिप, इंदौर में एक साथ तीन पदक हासिल कर चुकी हैं। उनकी मां पूनम शर्मा और पिता अनुकांत शर्मा प्राइवेट नौकरी करते हैं। उन्होंने बेटी को महेशा आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया।
रिदिम लिप रीडिंग तकनीक से लोगों की बात समझती हैं। वह इस्लामिया गर्ल्स इंटर कॉलेज में दसवीं की छात्रा हैं। परिजनों के अनुसार बेटी स्कूल में सामान्य बच्चों के साथ ही खेल-कूद में हमेशा आगे रही है।
कोच अजय कश्यप ने बताया कि रिदिम तीन वर्षों से उनके पास अभ्यास के लिए आ रही हैं। शुरू में रिदिम को समझाने में थोड़ी परेशानी हुई, मगर धीरे-धीरे हमने रिदिम की भाषा सीख ली। रिदिम की लगन और समर्पण का कोई जवाब नहीं है। रिदिम के पैर में हेयर लाइन फ्रैक्चर था, लेकिन उसने अभ्यास नहीं छोड़ा।दस दिन के अंदर प्लास्टर कटवा दिया। उसका रिकार्ड 200 मीटर रेस में 27.9 सेकंड है, जबकि 400 मीटर रिले में 1.1 मिनट है।
रिदिम बुखार में भी अभ्यास नहीं छोड़ती है। वह अपनी कैटेगरी में यूपी में प्रथम स्थान पर रह चुकी है। नेशनल में पदक ला चुकी है। इंटरनेशनल में भी उम्मीद है कि वह पदक लाएगी।-अजय कश्यप, कोच, पूर्व अंतर राष्ट्रीय खिलाड़ी, रेलवे कर्मी