Kanpur Nagar Nigam Sadan: सदन में बिलो टेंडर डालने पर हुआ हंगामा, पार्षद पतियों को निकाला बाहर, पढ़ें- पूरी खबर
कानपुर नगर निगम सदन में बिलो टेडर डालने पर हंगामा हुआ।

कानपुर नगर निगम सदन में बिलो टेडर डालने पर हंगामा हुआ। इसके बाद महापौर प्रमिला पांडेय ने विकास कार्यों को लेकर मॉनीटरिंग कमेटी बनाने के निर्देश दे दिए।
कानपुर, अमृत विचार। नगर निगम सदन में बिलो टेंडर डालने पर हंगामा हुआ। एक सुर में सभी पार्षदों ने नगर निगम के मुख्य अभियंता को घेरा। वहीं, म्यूनिसिपल बांड के तहत जलनिगम द्वारा शहर में कार्य कराने को लेकर भी कांग्रेस पार्षद ने आपत्ति जताई। जिसके बाद महापौर प्रमिला पांडेय ने विकास कार्यों को लेकर मॉनीटरिंग कमेटी बनाने के निर्देश दे दिए। इस कमेटी में पार्षदों को भी जगह दी जाएगी।
दोपहर 2 बजे के बाद शुरू हुए सदन में कांग्रेस पार्षद दल के नेता हाजी सुहैल अहमद ने कहा कि पिछली बार सदन में बिलना किसी चर्चा के बजट पास कर दिया गया, यह न्याय संगत नहीं है। 100 करोड़ रुपये के म्यूनिसिपल बांड का कार्य जलनिगम को दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जलनिगम ने शहर को पहले भी धोखा दिया।
इतनी बेईमानी के बाद भी एक बार फिर जलनिगम से ही 100 करोड़ रुपये के सीवर और पेयजल कार्य कराए जाएंगे। जलनिगम ने पहले ही शहर को फाउंटेन फ्री बना दिया। अब वह कह रहा है कि फीडरमेन लाइन फिर से बदलेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि जनता से बटोरे गए 100 करोड़ रुपये एक बार फिर अधिकारी ठगने की फिराक में है। इसलिए जलनिगम की जगह नगर निगम शहर में कार्य करे। इस दौरान उन्होंने सदन में ही पत्र के माध्यम से आपत्ति लगाई।
नगर निगम में आउटसोर्सिंग पर होने वाली भर्ती में 33 फीसदी पद अब महिलाओं का हक होगा। महिला आरक्षण अधिनियम पास होने के बाद सदन में भी धन्यवाद प्रस्ताव पारित हुआ। इस दौरान पार्षदों ने नगर निगम की आउटसोर्सिंग भर्ती में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने की मांग की।
सर्वोदय नगर के पार्षद नीरज चतुर्वेदी ने कहा कि नगर निगम में महिला सफाई कर्मचारियों से भर्ती के नाम पर 40-40 हजार रुपये लिए जा रहे हैं। इस पर महापौर ने कहा कि किससे पूछकर महिलाएं पैसा दे रहीं हैं। नीरज चतुर्वेदी से कहा क्या आपने इसकी शिकायत हमसे की, यदि नहीं तो सदन में चिल्लाने का क्या मतलब है।
महापौर ने कहा कि 26 अगस्त को लगे सदन में हर वार्ड को 3-3 सफाई कर्मचारी दिए गए। वह महिलाएं काम कर रही हैं या नहीं इसकी मॉनीटरिंग मैं खुद करूंगी। महापौर ने कहा कि भर्ती का जो खेल चर रहा है, मैं जब रजिस्टर लेकर हाजिरी लूंगी तब समझ में आएगा।
गीता नगर पार्क में क्यो लग रहा जेडपीएस
गीता नगर से पार्षद धीरू त्रिपाठी ने सदन में कहा कि उनके वार्ड को 24 घंटे पानी देने के लिए चुना गया है। 32 करोड़ रुपये की योजना है। इस योजना के तहत क्षेत्र के एक मात्र रामलीला मैदान में दूसरा जेडपीएस लगाया जा रहा है। जबकि वहां पहले से ही जेडपीएस लगा है। उन्होंने कहा कि आधा पार्क पहले ही घिरा है, नया जेडपीएस लगने के बाद पूरा पार्क घेर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ऐसा हुआ तो पार्क का स्वरूप को खत्म होगा ही, इसके साथ वर्षों से होने वाली रामलीला भी बंद हो जाएगी।
नगर स्वास्थ्य अधिकारी को फटकारा
पार्षद विकाय जायसवाल ने कहा कि महापौर ने सफाई अभियान में नदारद रहने वाले सफाई कर्मचारियों पर कार्रवाई की। यह सराहनीय है, पर अभियान से नदारद रहने वाले अधिकारियों पर कब कार्रवाई होगी। इसपर महापौर ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी संध्या रानी से कहा कि मैडम आपके घर में निमंत्रण देने नहीं जाएंगे। इसलिए कार्रवाई के लिए तैयार रहें। उन्होंने कहा कि हमारे नगर निगम अस्पताल नहीं चल रहे इसलिए चार-चार नगर स्वास्थ्य अधिकारी हमें नहीं चाहिए। आपके खिलाफ शासन को लिखकर दे दिया गया है।
हर वार्ड को 20-20 लाइट
नगर निगम सदन में पार्षदों ने मार्गप्रकाश की बदहाल हालत को भी उठाया। इस दौरान नवीन पंडित ने मांग कर कहा कि सभी वार्डों में 20-20 नई लाइटें दी जाएं। इस पर महापौर प्रमिला पांडेय ने कहा कि अधिकारियों से बात कर जल्द ही मांग पूरी की जाएगी।
मंदिरों के आस-पास होगी विशेष व्यवस्था
पार्षदों की मांग पर महापौर ने नगर आयुक्त से कहा कि सभी वार्डों में मंदिरों के आस-पास विशेष व्यवस्था की जाए। सफाई, पैचवर्क व लाइटों को दुरुस्त किया जाए। महापौर ने कहा कि 15 तारीख तक यह समस्या दूर कर ली जाए।
पार्षद पतियों को सदन से निकाला
महापौर के निर्देश पर सोमवार को नगर निगम सदन की कार्रवाई से पहले सख्ती देखने को मिली। मुख्य गेट पर पार्षदों की गाड़ियां रोक दी गईं। वहीं, पार्षद पतियों को मुख्यालय में घुसने नहीं दिया गया। नगर निगम केयरटेकर ने सुरक्षा कर्मियों के साथ मिलकर करीब 15 बाहरी लोगों को नगर निगम परिसर से बाहर कर दिया। महिला पार्षद पतियों को भी नगर निगम सदन के अंदर घुसने नहीं दिया गया। सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें बाहर ही रोक दिया। महापौर प्रमिला पांडेय के निर्देश पर यह सख्ती की गई।