कुतुबखाना पुल: व्यापारियों ने शुरू की कोर्ट जाने की तैयारी

बरेली, अमृत विचार। कुतुबखाना पुल के निर्माण के दौरान बार-बार नुकसान झेल रहे व्यापारियों ने प्रशासन से कोई मदद न मिलने की वजह से अब कोर्ट जाने की तैयारी शुरू कर दी है। व्यापारियों के मुताबिक कार्यदायी संस्था की लापरवाही से बार-बार उनका लाखों का नुकसान हो रहा है। उनकी मजबूरी समझने के बजाय उल्टे उन्हें धमकियां दी जा रही हैं। अब एक-दो दिन में ही वे बैठक बुलाकर कोर्ट जाने के बारे में फैसला करेंगे।
पुल का कोतवाली से कुतुबखाना तक ऊपरी हिस्सा बन चुका है। अब नीचे सर्विस रोड बन रही है जिसके किनारे नाली बनाने के लिए कई दिन पहले खुदाई शुरू की गई थी। बेपरवाही से खुदाई करने की वजह से चार दिन के अंदर दो बार पानी की पाइप लाइन फट चुकी है और दुकानों में पानी भरने से दुकानदारों का लाखों का नुकसान हो चुका है। दुकानदारों के मुताबिक कई दुकानों की बुनियाद तक पानी पहुंच जाने से उनके फर्श की टाइल्स टूट गई हैं और पिलर तक हिलने लगे हैं। पुल का निर्माण शुरू होने के बाद उनका कारोबार पहले से नष्ट हो चुका है। अब यह नुकसान बर्दाश्त करना उनके लिए बहुत मुश्किल है।
दुकानदारों का यह भी कहना है कि ठेकेदार उनकी एक सुनने को तैयार नहीं है। उल्टे उन्हें धमकी दे रहा है कि उनकी आधी दुकानें निर्माण की जद में आएंगी। त्योहारों का सीजन नजदीक आने के बावजूद काम भी इतनी धीमी गति से किया जा रहा है कि उन्हें जल्द राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। एक दिन काम होने के बाद दो दिन बंद रहता है। उन्होंने कहा कि अगर इसी महीने सर्विस लेन और नाली का निर्माण पूरा नहीं हुआ तो यह सीजन भी उनके लिए बेकार हो जाएगा।
कार्यदायी संस्था का आरोप...
जल निगम ने तीन मीटर के बजाय डेढ़ मीटर पर डाल रखी है पाइप लाइन, कैसे बचाएं
सर्विस रोड के किनारे नाली बनाने के लिए की जा रही खुदाई से चार दिन में दो बार पानी की पाइप लाइन फट चुका है। कार्यदायी संस्था के प्रोजेक्ट मैनेजर एमके सिंह का कहना है कि जल निगम ने तीन मीटर की गहराई के बजाय डेढ़ मीटर पर ही पानी की पाइप लाइन बिछा रखी है। इसी वजह से दिक्कत हो रही है।
जल निगम के ठेकेदार अजीत कुमार का कहना है कि कार्यदायी संस्था के ठेकेदार को पहली बार पाइप लाइन फटने के बाद बता दिया गया था कि वह संभलकर खुदाई करें, लेकिन इसमें मनमानी की जा रही है। इसी वजह से दूसरी बार पाइप लाइन फट गई। इस बारे में उच्चाधिकारियों को भी अवगत करा दिया है।
अब केबल बॉक्स तोड़ दिया सैकड़ों लैंडलाइन फोन ठप
कोतवाली के पास मंगलवार को जेसीबी से खुदाई के दौरान बीएसएनएल का केबल बॉक्स उखड़ गया। इससे केबल कटने से कोतवाली से लेकर अयूब खां चौराहे तक सैकड़ों लैंडलाइन फोन ठप हो गए। सूचना दिए जाने के बाद बीएसएनएल के अधिकारी मौके पर पहुंचे तो उनकी भी ठेकेदार से जमकर नोकझोंक हुई।
कार्यदायी संस्था के प्रोजेक्ट मैनेजर ने बताया कि बीएसएनएल को पहले ही लिख दिया गया था कि केबल बॉक्स रोड के किनारे से हटा लें लेकिन फिर भी उसे नहीं हटाया गया। केबल बॉक्स काम में रुकावट बन रहा था इसलिए उसे उखेड़ना पड़ा। बीएसएनएल के अधिकारियों ने बताया कि उन्हें कोई लिखित जानकारी नहीं दी गई थी। अब लोगों को तीन-चार दिन दिक्कत का सामना करना पड़ेगा।
बुनियाद तक पानी पहुंचने से फर्श की टाइल्स और शीशा टूटने से हमारा करीब पांच लाख का नुकसान हुआ है। कुमार टाकीज के पास भी कई दुकानों में भारी नुकसान हुआ है। इसकी भरपाई के लिए ठेकेदार के खिलाफ हम सब कोर्ट जाने की तैयारी में हैं। -विजय कुमार सेठी, कपड़ा व्यापारी
दुकानों के आगे नाली बनाने के लिए पिछले दिनों बेतरतीब खुदाई करने से दुकान की नींव तक पानी पहुंच गया है। इससे दुकान के पिलर हिलने लगे हैं। कारोबार बर्बाद होने से पहले से ही परेशान हैं। ठेकेदार की इस लापरवाही से करीब दो लाख रुपये का नुकसान हुआ है। -जितेंद्र कुमार, कपड़ा व्यापारी
काम करने का कोई मानक नहीं है। पानी की पाइप लाइन फटने से गोदाम में पानी भरने से करीब दस लाख रुपये की दवाओं के साथ काफी और सामान खराब हो गया। इसके लिए ठेकेदार जिम्मेदार है। उसके खिलाफ अब अदालत में मुकदमा दायर किया जाएगा।- शिखर, मेडिकल स्टोर संचालक
कारोबार पूरी तरह ठप पड़ा है। चार दिन में दो बार पानी की पाइप लाइन फटने से दुकानों में पानी भर जाने के बाद कई दुकानदार दहशत में है। निर्माण कार्य की रफ्तार भी बेहद सुस्त है। बिना नापजोख के काम किए जाने की वजह से दुकानों पर खतरा मंडरा रहा है। -रवि तनेजा, रेस्टोरेंट मालिक
ठेकेदार अब काफी बेपरवाही से काम कर रहा है। यही वजह है चार दिन में दो बार पानी की पाइन लाइन फट चुकी है। निर्माण कार्य एक दिन होता है और दो दिन बंद रहता है। 16 दिन बाद भी दुकान के आगे बन रहा नाला अब तक अधूरा पड़ा है। -भरत, स्पोर्ट्स गुड्स कारोबारी
व्यापारी एकजुट हों, हम सहयोग करने को तैयार
उद्योग व्यापार मंडल के प्रांतीय महामंत्री राजेंद्र गुप्ता का कहना है कि कुतुबखाना और कोहाड़ापीर के व्यापारियों में एकजुटता न होने की वजह से समस्याएं बढ़ी हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने शुरू में ही कुतुबखाना पुल का विरोध किया था, लेकिन व्यापारियों में बिखराव होने के बाद किसी ने उनसे संपर्क ही नहीं किया। अब भी वह हर स्तर पर सहयोग करने के लिए तैयार हैं बशर्ते कोई सहयोग तो मांगे।
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