लखनऊ : जल निगम के चार अभियंता निलंबित, अन्य से होगी रिकवरी
छह अभियंताओं समेत ठेकेदार फर्म के खिलाफ एफआईआर के आदेश
लखनऊ, अमृत विचार। सीवर लाइन कनेक्शन देने में अनियमितता पर चार अभियंताओं को निलंबित एवं चार अन्य अभियंताओं से वसूली का आदेश दिया गया जबकि जल निगम ग्रामीण के पांच अभियंताओं के खिलाफ कार्रवाई के लिए पत्र लिखा गया है। जांच में अभियंताओं समेत 11 लोगों को दोषी पाया गया हैं। मामले में जल निगम प्रबंधन ने छह अभियंताओं के साथ ठेकेदार फर्म के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
जल निगम नगरीय के मुख्य अभियंता अरुण कुमार ने इस मामले में तत्कालीन कार्यवाहक अधिशासी अभियंता अंकुर श्रीवास्तव, सहायक अभियंता अभिषेक वर्मा, अवर अभियंता नीरज कुमार पांडेय व अश्वनी कुमार और खंडीय लेखाकार रवि गिरी व पंकज कुमार सिंह को निलंबित कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि बलिया शहर में सीवर कनेक्टिंग चेंबर से कम कनेक्शन करने, योजना में अनियमित रूप से खर्च करने और अनुबंधित फर्म द्वारा कराए गए कार्यों में 13 करोड़ रुपये अनियमित रूप से खर्च करने पर यह कार्रवाई की गई है। अधिशासी अभियंता निर्माण खंड जल निगम बलिया में यह काम वर्ष 2006 में शुरु हुआ था। धांधली के साथ ही सीवरेज योजना सिटी जोन व सिविल लाइसन जोन में एसबीआर तकनीक पर एसपी के रिएक्टर, क्लोरिनेशन भवन, प्रशानिक भवन, ब्लोवर कक्ष, स्लम पंप के कार्यों में मनमाने तरीके से खर्च किया गया।
अधिशासी अभियंता कायम हुसैन, कमलेश सिंह, फणींद राय, सहायक अभियंता एसएन राय से कुल 16.90 करोड़ रुपये की वसूली की जाएगी। इनमें से पांच अभियंताओं में दो अधिशासी, एक सहायक और दो अवर अभियंता बंटवारे के बाद जल निगम ग्रामीण में चले गए हैं। इसलिए इनके खिलाफ कार्रवाई के लिए जल निगम ग्रामीण प्रबंधन को पत्र लिखा गया है।
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