बरेली: पिछले महीने बीएएमएस का रिजल्ट हो गया था लीक

बरेली: पिछले महीने बीएएमएस का रिजल्ट हो गया था लीक

बरेली, अमृत विचार : बीएएमएस की परीक्षा में गड़बड़ी के गंभीर संकेत पहले से मिल रहे थे। करीब एक महीने पहले रिजल्ट घोषित होने से पहले अमरोहा के आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज के 52 छात्रों की रिजल्ट शीट वायरल हो गई थी, जिसमें 48 छात्र फेल थे। इसके बाद विश्वविद्यालय को आननफानन बीएएमएस का रिजल्ट जारी करना पड़ा।

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इस मामले में जांच भी बैठाई गई जो अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है। अब बीएएमएस के छात्रों से परीक्षा पास कराने के लिए वसूली किए जाने से मामला और गंभीर हुआ तो रिपोर्ट दर्ज करा दी गई।

परीक्षा नियंत्रक संजीव कुमार ने बताया कि यह मामला तब जानकारी में आया, जब कुछ छात्र बीएएमएस में पास कराने के नाम पर पैसे मांगने की शिकायत करने पहुंचे। इसके बाद छानबीन करने पर पता चला कि तमाम छात्रों से पैसे ले लिए गए है। इसी कारण इसे गंभीरता से लेकर रिपोर्ट दर्ज कराई है।

इसलिए अंदरूनी लोगों का हाथ होने का शक: विश्वविद्यालय के बारे में सबकुछ जानते हैं छात्रों से पैसे लेने वाले लोग, नाम-पते और अनुक्रमांक के साथ छात्रों के अंकों की भी थी जानकारी।

परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि इस खेल में जो भी लोग शामिल हैं, वे काफी शातिर हैं और उन्हें विश्वविद्यालय के बारे में पूरी जानकारी है। विश्वविद्यालय स्तर पर इन लोगों का पता न चलने के कारण ही पुलिस से शिकायत की गई है। उन्होंने बताया कि कुछ छात्रों ने फोन पर बातचीत करने वाले की रिकार्डिंग भी की है।

इसके बाद विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने आवाज पहचानने की कोशिश की लेकिन कामयाब नहीं हो पाए। इसके बाद छात्र बनकर फोन पर बात की लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ। वसूली करने वालों ने उन छात्रों के भी नंबर बढ़ाने का झांसा दिया जिनकी उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन भी नहीं हुआ था।

दरअसल, विश्वविद्यालय में प्रवेश और परीक्षा परिणाम की सारी जिम्मेदारी अधिकारियों और कर्मचारियों की है। इसके अलावा एजेंसी के पास भी छात्रों का डाटा रहता है। जिन लोगों छात्रों को फोन कर बातचीत की, उन्हें छात्रों के नाम, पता, अनुक्रमांक के साथ अंकों की भी जानकारी थी। इसी कारण इस खेल में विश्वविद्यालय के ही लोगों का हाथ होने का शक है।

प्रश्नपत्र भी हो चुके हैं लीक: विश्वविद्यालय में पास कराने के नाम पर पैसे लेने का मामला पहले भले ही न आया हो लेकिन इससे पहले कई कॉलेजों से प्रश्नपत्र परीक्षा से पहले लीक हो चुके हैं। मुरादाबाद मंडल में पिछले साल प्रश्नपत्र स्ट्रांग रूम से चोरी होने का मामला सामने आया था। इसके अलावा कॉलेजों में प्रवेश के नाम पर फर्जी प्रमाणपत्र बनवाने के मामले भी सामने आ चुके हैं। पिछले साल एक साथ सभी छात्रों के फेल होने पर हंगामा भी हो चुका है।

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