भारत में सुशासन और समावेशी सुधार का अमृत काल : नकवी

रामपुर, अमृत विचार। पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि सांप्रदायिक टशन से संवैधानिक मिशन का अपहरण नहीं किया जा सकता। कहा कि वफ्फ संशोधन कानून, धार्मिक आस्था के संरक्षण, प्रशासनिक व्यवस्था के सुधार से भरपूर है। वक्फ सुधार से न ईमान को खतरा है और न इस्लाम को नुकसान है। भारत में सुशासन और समावेशी सुधार का अमृत काल चल रहा है।बजरंग विहार स्थित भाजपा कार्यालय पर रविवार को पार्टी का स्थापना दिवस मनाया गया।
पूर्व केंद्रीय मंत्री का जिला अध्यक्ष हरीश गंगवार के नेतृत्व में कोसी पुल पर ढोल नगाड़ों की थाप पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। इसके बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की मूर्ति पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद ज्वालानगर राम चौक पर कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। वह से भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय पर पहुंचकर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा पार्टी की स्थापना सन 1980 में हुई थी। सबसे पहले अध्यक्ष अटल बिहारी वाजपेई बने थे। उन्होंने कहा कि कुछ निहित स्वार्थी तत्वों का साम्प्रदायिक कुंड, साजिशी झुंड, साम्प्रदायिक फसाद में सियासी मफाद ढूंढ रहा है। संसद का एक्ट था, संसद ने ही करेक्ट किया है। जमीन के कानून को आसमानी किताब बताकर अपनी असंवैधानिक उदंडता को संवैधानिक प्रतिबद्धता के दायरे में लाने से रोकना चाहते हैं।
साम्प्रदायिक सियासत से संवैधानिक सुधार को बंधक नहीं बनाया जा सकता। वक्फ सुधार से न ईमान को खतरा है न इस्लाम को नुकसान है। वफ्फ संशोधन पर बहस के दौरान संसद में तर्कों, तथ्यों की कंगाली से जूझ रहे लोग सड़क पर मवाली जैसे व्यवहार में जुटकर, संवैधानिक सुधार पर सांप्रदायिक वार के जरिए भय-भ्रम के भंवरजाल में डटे हैं। हर संवैधानिक-समावेशी सुधार पर सांप्रदायिक-सियासी वार की हिस्ट्रीशीटर हुड़दंगी जमात की सोच, सनक, साजिश समाज के सौहार्द के ताने बाने को तार-तार करने की अपराधिक करतूत से भरपूर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने विभिन्न आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक, प्रशासनिक सुधार के जरिए समावेशी, सर्वस्पर्शी सशक्तिकरण को मजबूत बनाया है। सुधार पर स्वार्थी प्रहार की पाखंडी प्रयोगशाला परास्त हो रही है। जिसने साम्प्रदायिक छल के रिवाज को सुशासन के मिजाज से छूमंतर किया है।
यह लोग मौजूद
राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख, शिव बहादुर सक्सेना, आकाश सक्सेना, सूर्य प्रकाश पाल, ख्यालीराम लोधी, सुनीता सैनी, ज्वाला प्रसाद गंगवार, काशीराम दिवाकर, बीना भारद्वाज, यूसुफ अली, हंसराज पप्पू, राकेश मिश्रा, सुभाष भटनागर, मोहनलाल सैनी, चित्रक मित्तल, दिनेश गोयल, अशोक विश्नोई, रविंद्र सिंह रवि, सतनाम सिंह, मोहन कुमार लोधी, अर्जुन रस्तोगी, शिवा शर्मा, जागेश्वर दयाल दीक्षित, कपिल आर्य, महासिंह राजपूत, पंकज लोधी, पारुल अग्रवाल, शकुंतला लोधी, पूनम सागर, डोली रंधावा, अमृता रंधावा, संजय पाठक, अवधेश शर्मा, रवि रुहेला, श्वेता शर्मा, संदीप वर्क, कृष्ण अवतार लोधी, संजय यादव, विक्रम सिंह, अनु सक्सेना, राजू सुमन, विवेक विश्नोई, हेमा रानी, विकास दीक्षित, रघुवीर जाटव, अजीत गौतम, महेंद्र सैनी, अमित चंदनशी, देवराज गंगवार, योगेंद्र गंगवार, अंकित गंगवार, राजीव गंगवार, सोनू लोधी, अजय बाबू गंगवार, शांति स्वरूप गंगवार, टेकचंद गंगवार, भव्य उप्पल, विवेक रुहेला, कमल लोधी, कांता प्रसाद लोधी, नवनीत चौहान, समर सिंह चौहान, रोहित सैनी, योगेश सैनी, देवेंद्र दिवाकर, योगेश जाम, आंगन लाल लोधी, मान सिंह लोधी आदि।