शाहजहांपुर: जमीन के लालच में भतीजों ने चाचा को डंडों से पीट-पीट कर मार डाला

मीरानपुर कटरा/ शाहजहांपुर, अमृत विचार। जमीन के लालच में दो भतीजों ने सगे चाचा की डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी। चाचा अपने हिस्से के खेत पर खड़े गेहूं काटने गया था। इसी दौरान विवाद होने पर भतीजों ने डंडों से चाचा का मुंह कुचल दिया, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया। फॉरेसिंक टीम ने मौके से साक्ष्य इकठ्ठा किए। वहीं शाम को एसपी राजेश द्विवेदी ने भी घटनास्थल का निरीक्षण कर आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किए जाने के निर्देश दिए। मामलें में गांव के एक व्यक्ति की तहरीर पर हत्यारोपी दोनों भतीजों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।
थाना मीरानपुर कटरा के गांव दिऊनी सिउरा निवासी प्रहलाद (70) के नाम एक एकड़ खेती थी, जिस पर उनके भतीजे रविंद्र और जयपाल फसल करते थे। कुछ दिनों से उनकी भतीजों से गहरी नाराजगी चल रही थी, उन्होंने भतीजों से कहा था कि यदि उनकी देखभाल सही तरह से नहीं की तो वह खेती किसी दूसरे को दे देंगे। कुछ विवाद के बाद मामला शांत हो गया लेकिन रविवार को मामला तूल पकड़ गया। प्रहलाद रविवार दोपहर करीब 12 बजे गांव के बाहर स्थित खेत पर पहुंच गए और उसमें बोई गई गेहूं की फसल की कटाई करने लगे। जानकारी होने पर भतीजे रविंद्र और जयपाल भी पहुंच गए, दोनों ने चाचा से फसल काटने से मना किया, इस पर उन्होंने फसल काटने के साथ ही कहा कि वह जमीन किसी और को दे देंगे। इस पर भतीजों का गुस्सा भड़क गया। भतीजों ने गुस्से में आकर चाचा को जमीन पर पटक दिया।
इसके बाद डंडों से बुरी तरह पीटना शुरू कर दिया। भतीजों ने डंडों से चेहरा कुचल कर चाचा की हत्या कर दी और इसके बाद शव मौके पर पड़ा छोड़ कर फरार हो गए। घटना से गांव में सनसनी फैल गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों से जानकारी ली। फारेंसिंक टीम ने भी पहुंच कर साक्ष्य इकट्ठा किए। प्रभारी निरीक्षक जुगल किशोर पाल ने अधिकारियों को घटना के बारे में अवगत कराने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना की तहरीर गांव के प्रदीप ने दी, जिसके आधार पर पुलिस ने हत्या की धारा में दोनों आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी। वहीं शाम करीब चार बजे एसपी राजेश द्विवेदी ने भी गांव पहुंचकर घटना स्थल का मुआयना किया और मामले की जानकारी की। एसपी ने हत्यारोपियों की जल्द गिरफ्तारी के निर्देश दिए।
प्रहलाद अविवाहित थे, इसलिए भतीजे कर रहे थे खेती
प्रहलाद तीन भाई थे, जिनमें उमराव और सूबेदार की काफी समय पहले मृत्यु हो चुकी है। तीनों भाइयों में केवल उमराव विवाहित थे। रविन्द्र और जयपाल उनके ही बेटे हैं। तीनों भाइयों की जमीन इन्हीं दो भतीजों के कब्जे में थी। गांव में चर्चा है कि अविवाहित प्रहलाद को भतीजे न तो उनकी जमीन दे रहे थे और न रोटी। ग्रामीणों का कहना है कि तंग आकर रविवार दोपहर प्रहलाद खेत में खड़ी गेहूं की फसल काटने पहुंच गए। भतीजों ने रोका तो विवाद होने पर भतीजों ने उनकी जान ले ली।
हत्यारोपियों की गिरफ्तारी को लगाई गई तीन टीमें
हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के लिए थाना पुलिस के साथ ही एसओजी और सर्विलांस टीम को लगाया गया है। पुलिस टीमों ने गिरफ्तारी के संदिग्ध स्थानों पर दबिश देनी शुरू कर दी है। एसपी राजेश द्विवेदी ने बताया कि घटना की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है, आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें लगी हुई हैं, जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी।