प्रयागराज में बोले संजय निषाद - उपचुनाव प्रत्याशी के चेहरे पर ही लड़ा जाता है 

प्रयागराज में बोले संजय निषाद - उपचुनाव प्रत्याशी के चेहरे पर ही लड़ा जाता है 

प्रयागराज, अमृत विचार। शुक्रवार को निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व भाजोआ सरकार के कैबिनेट मंत्री संजय निषाद सर्किट हाऊस पहुंचे। जहां उन्होंने गंभीर मुद्दों पर पत्रकारों से वार्ता की। इस दौरान उन्होंने कई सवालों का उत्तर दिया। उन्होने मऊ की घोसी विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी की हार का ठीकरा बीजेपी प्रत्याशी दारा सिंह चौहान पर फोड़ा। उन्होंने कहा है कि उपचुनाव प्रत्याशी के चेहरे पर ही लड़ा जाता है। जबकि केंद्र और प्रदेश के चुनाव पर्टियों के नेतृत्व और कामकाज के आधार पर लड़े जाते हैं। 

निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संजय निषाद ने कहा है कि घोसी में जनता ने जो जनादेश दिया है उसे निश्चित तौर पर स्वीकार करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि मैं विधानसभा के 43 गांवों में गया था। जहां मछुआ वोट निर्णायक भूमिका में है। मैंने इन गांवों में चुनाव प्रचार किया था और 80 फ़ीसदी वोट मछुआ समाज का भाजपा प्रत्याशी को मिला है। जबकि भाजपा के एक नेता की गलत बयान बाजी के चलते तीन गांवों का वोट पार्टी को नहीं मिला सका  है। उन्होंने कहा है कि गठबंधन का सबसे बड़ा दल भारतीय जनता पार्टी है और इस हार की समीक्षा भी पार्टी नेताओं की ओर से की जाएगी।

वहीं विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया बनने के बाद पहली बार हुए पहले मुकाबले में एनडीए को मिली हार के जवाब में कहा है कि इसका 2024 के लोकसभा चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ेगा। केंद्र का चुनाव राष्ट्रवाद और देश के विकास के मुद्दे पर लड़ा जाएगा। लोकसभा चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए में शामिल 39 दल पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ेंगे। ‌भारत को फिर से विश्व गुरु बनाना है और अर्थव्यवस्था में तीसरे पायदान पर पहुंचना है। दावा किया है कि 2024 में एनडीए 330 से ज्यादा सीटें जीतकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक बार फिर से सरकार बनाएगी।

वहीं दक्षिण भारत में डीएमके नेता दया निधि स्टालिन और ए राजा द्वारा सनातन धर्म पर किए गए हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए डॉक्टर संजय निषाद ने कहा है कि सनातन धर्म को खत्म करने वाले मिट गए।  जिस धर्म की बात डीएमके के नेता कह रहे हैं वह लोग भी तलवार और तोप लेकर आए थे, लेकिन उनका कोई अस्तित्व नहीं बचा है। भारतीय संस्कृति भारतीयों की धरोहर है। सनातन धर्म के खिलाफ जितनी बयानबाजी करेंगे उतने ही मिटते चले जाएंगे।

प्रयागराज के श्रृंगवेरपुर धाम में निषादराज किले में स्थित मस्जिद को लेकर एक बार फिर से डॉ संजय निषाद ने बेबाक बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि यह स्थल हिंदुओं को मिलना चाहिए। क्योंकि यह निषाद समाज की विरासत और पहचान है। उन्होंने कहा है कि हम मुसलमानों से भी अपील कर रहे हैं कि विवादित जगह पर इबादत करना गुनाह है। इसलिए उन्हें अयोध्या की तरह खुद यह जगह हिन्दुओं सौंप देनी चाहिए।अगर यह मस्जिद नहीं हटाई गई तो इसके लिए अदालत का भी दरवाजा खटखटाएंगे। 

उन्होंने दावे के साथ कहा है कि निषाद राज के किले से मस्जिद हटेगी और यह विरासत हमें जरूर मिलेगी। केंद्र व प्रदेश की सरकार श्रृंगवेरपुर धाम का विकास कर रही है। वहां पर 56 फीट की निषाद राज की प्रतिमा स्थापित हो चुकी है और नवंबर के महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उसका उद्घाटन करने भी आ सकते हैं। इसके अलावा श्रृंगवेरपुर धाम पर्यटक स्थल भी घोषित हो चुका है और 20 करोड़ 38 लख रुपए इसके विकास के लिए सरकार से मिल चुका है। श्रृंगवेरपुर धाम का विकास निषाद समाज के लिए गर्व का विषय है।

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