हल्द्वानी: प्रदेश में अतिक्रमण चिन्हीकरण बना आतंक का पर्याय : हरीश रावत

हल्द्वानी, अमृत विचार। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि प्रदेश में अतिक्रमण चिन्हीकरण आतंक का पर्याय बना है। लोग डरे हुए हैं। लेकिन सरकार लोगों को राहत देने के बजाए उजाड़ने का काम कर रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से तत्काल इस कार्रवाई को रोकने की अपील की।
रविवार को हल्द्वानी स्वराज आश्रम में प्रेस वार्ता के दौरान पूर्व सीएम हरीश रावत ने प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पहाड़ों में हाईवे किनारे बसे लोग वन पंचायत की भूमि पर काबिज हैं। जिन्हें वन भूमि पर अतिक्रमण बताकर उजाड़ा जा रहा है। वन विभाग और लोनिवि वन पंचायतों के अधिकारों में अतिक्रमण कर रहा है। रावत ने कहा कि जिन लोगों के मकान और दुकान को चिन्हित किया गया है उनमें से अधिकांश को जगह लीज पर मिली है।
कई लोगों के लीज नवीनीकरण संबंधी मामले विभाग में लंबित हैं। लेकिन सरकार इस मामले में हाईकोर्ट में लोगों का सही पक्ष नहीं रख रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पीड़ित लोगों के साथ हैं। कांग्रेस विधायक सदन पटल पर इस मुद्दे को पुरजोर तरीके से उठाएंगे। रावत ने कहा कि 5 सितंबर को विधानसभा सत्र के दौरान वह देहरादून में एक घंटे का मौन व्रत कर अनशन करेंगे।
वार्ता के दौरान विधायक सुमित हृदयेश, कांग्रेस जिलाध्यक्ष राहुल छिमवाल, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल, पूर्व काबीना मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल, हेमंत बगड़वाल, डॉ. केदार पलड़िया, हरीश मेहता, शशि वर्मा, मीमांशा आर्या, राधा आर्या, शोभा बिष्ट मौजूद रहीं।
सदन में प्रश्न काल की उपेक्षा करते हैं सीएम
पूर्व सीएम हरीश रावत ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर विधानसभा सत्र के दौरान विपक्ष के प्रश्नों का जवाब न देने का आरोप लगाया। कहा कि मुख्यमंत्री ने कभी भी अपने से जुड़े विभागों का सदन पटल पर उत्तर नहीं दिया। जिस दिन उनके विभागों पर चर्चा का दिन आता है वह सदन में उपस्थित नहीं रहते हैं, जो प्रश्न काल की उपेक्षा है। उन्होंने 5 सितंबर से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र के प्रश्न काल में मुख्यमंत्री से मौजूद रहने की अपील की।
बागेश्वर उपचुनाव में होगी कांग्रेस की जीत
बागेश्वर उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी की भारी अंतर से जीत दर्ज करेगी। यह दावा करते हुए रावत ने कहा कि बागेश्वर में चुनाव के दौरान सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया जा रहा है। सरकारी गाड़ियों में शराब और पैसे बांटने की शिकायतें मिल रही हैं। ग्राम प्रधानों व कांग्रेस समर्थकों को डराया जा रहा है। जनता परिवर्तन चाहती है। इसलिए कांग्रेस प्रत्याशी की जीत निश्चित है।