वनाग्नि से निपटने के वन विभाग ने चलाया कंट्रोल बर्निंग अभियान
अमृत विचार, हल्द्वानी। गर्मियां शुरू होने के साथ ही 15 अप्रैल से शुरू होने वाले फायर सीजन में मनोरा वन क्षेत्र ने आग की घटनाओं से निपटने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। जिले में मौजूदा समय में विभाग के कर्मचारी और फायर वाचर महिलाएं जंगलों में आग को रोकने के लिए कंट्रोल बर्निंग कर रहे हैं। इसके तहत पहाड़ी के ऊपर और निचले छोर से सूखी पत्तियों में आग लगाने का कार्य किया गया है। इससे गर्मियों के दिनों में सूखी पत्तियां कम हों सकें और आगजनी की घटनाओं को भी कम किया जा सके।
मनोरा वन क्षेत्र के अंतर्गत आने रेंजों में विभाग ने यह कार्य शुरू कर दिया है। शुक्रवार को मनोरा वन क्षेत्र के रानीबाग से बल्दियाखान तक के स्थानों पर कंट्रोल बर्निंग कर चीड़ और अन्य पेड़ों की सूखी पत्तियों को जलाया गया। इसके अलावा आगजनी की घटनाओं को कम करने के लिए बनाईं गई फायर लाइन मैंटिनेंस का काम भी किया जा रहा है। 31 मार्च से पहले इस कार्यों को पूरे जंगलों में पूरा कर लिया जाएगा। वहीं, फायर सीजन के निपटने के लिए हर रेंज में एक कमेटी का गठन किया जाएगा। इसके अलावा आगजनी की घटनाओं की रोकथाम के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किए जाएंगे, ताकि आगजनी की घटनाओं के बारे में जानकारी लोग विभाग को दे सकें। शहरी क्षेत्रों में सड़क किनारे जंगलों में लगने वाली आग पर काबू पाने के लिए अग्निशमन विभाग की भी सहायता ली जाएगी।
साथ ही शुक्रवार को अपर प्रमुख वन संरक्षक ने मनोरा वन क्षेत्र में वन आग्नि सुरक्षा प्रबंधों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान डॉ विवेक पाण्डे ने वन आग्नि सुरक्षा प्रबंधों की जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने वन क्षेत्र में आग लगने की घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा उपायों को मजबूत करने पर जोर दिया। इस दौरान चंद्र शेखर जोशी वनाधिकारी नैनीताल, कुंदन कुमार वनाधिकारी हल्द्वानी, हिमांशु बागरी वनाधिकारी तराई पूर्वी, दिगांग नायक वनाधिकारी रामनगर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहें। साथ ही डॉ हिमांशु पांगती पशु चिकित्साधिकारी, मुकुल चंद्र शर्मा, वन क्षेत्राधिकारी मनोरा वन क्षेत्र भी उपस्थित थे।
