पीलीभीत: बिलहरा के बाद मकरंदपुर में हुई दो किशोरियों की बुखार से मौत..ये कैसे इंतजाम..
पीलीभीत/बिलसंडा, अमृत विचार। गांव बिलहरा के बाद अब पास पड़ोस के गांवों में भी संक्रामक बीमारियों ने पांव पसारने शुरू कर दिए हैं। गांव मकरंदपुर तालुके सिमरोली में भी दो किशोरियों की बुखार से मौत होने का मामला सामने आ गया। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई। सिलसिलेवार हो रही मौतों और बड़ी संख्या में मलेरिया के रोगियों के सामने आने पर अब चार गांवों में कैंप लगवाकर मलेरिया की जांच कराई जा रही हैं। टीम अपने सामने ही दवा का छिड़काव भी करा रही है।
बता दें कि गांव मकरंदपुर तालुके सिमरोली निवासी रामचंद्र की 17 वर्षीय पुत्री शिल्पी की रविवार को मौत हो गई। पिता का कहना है कि शिल्पी बुखार से पीड़ित थी। पड़ोस के ही गांव ईसापुर से उसका उपचार चल रहा था, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। इसी गांव के ही मुकेश कुमार ने बताया कि उसकी 13 वर्षीय बेटी काजल सोमवार को बुखार की चपेट में आई।
पड़ोस के ही गांव से दवाई दिलाई,लेकिन फायदा हो पाता इससे पहले ही मंगलवार को उसकी मौत हो गई। इस गांव में भी 50 से अधिक लोग बुखार के मरीज बताए गए हैं ,लेकिन अभी तक स्वास्थ्य विभाग ने इस गांव की ओर रुख नहीं किया। उधर गांव बिलहरा में एक पखवाड़े के अंतराल में तीन महिलाओं समेत सात लोगों की हुई मौत के बाद हरकत में आए स्वास्थ्य विभाग ने बृहस्पतिवार को भी कैंप लगाकर मरीजों की जांच कर दवाएं वितरित की।
उधर, संक्रामक रोगों पर नियंत्रण हो पाता, इससे पहले ही गांव मरेना, रामपुर बसंत, अमखेड़ा जलालपुर और राठ में भी बड़े पैमाने पर लोगों के बुखार से पीड़ित होने की सूचना पर सक्रिय हुए। स्वास्थ्य विभाग ने बिलहरा, मरेना एवं रामपुर बसंत में भी कैंप लगाकर मलेरिया की जांच शुरू करा दी। जिला मलेरिया अधिकारी पंकज द्विवेदी की अगुवाई में इन सभी गांवों में स्वास्थ्य टीमों ने मरीजों की जांच की गई।
गांव मरेना में दो दिन के अंदर 100 से अधिक लोगों की हुई जांच में करीब 30 लोगों में मलेरिया के लक्षण पाए गए। इसी तरह गांव रामपुर बसंत में भी मरीजों के ब्लड सैंपल लेकर जांच की गई। यहां पर भी बड़े पैमाने पर मलेरिया के मरीज पाए गए। जिन लोगों में मलेरिया के लक्षण पाए गए, उन्हें मौके पर ही दवाओं का भी वितरण किया गया।
गांव मरेना में सीएचसी अधीक्षक डॉक्टर मनीष राज शर्मा ने मौजूद रहकर मरीजों की जांच कराई ,वही गांव रामपुर बसंत में जिला मलेरिया अधिकारी पंकज द्विवेदी ने पूरे समय मौजूद रहकर मरीजों की जांच कराकर दवाओं का वितरण कराया। पिछले कुछ दिनों से क्षेत्र कई गांवों में संक्रामक रोग अब महामारी का रूप लेता जा रहा है।
विधायक संग सीएमओ ने घूमे कई गांव
संक्रामक रोगों के फैलने की सूचना पर बृहस्पतिवार को भाजपा के बीसलपुर विधायक विवेक वर्मा के साथ सीएमओ डॉ.आलोक शर्मा ने कई गांवों में पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। गांव बिलहरा में मृतकों के घर पहुंचकर उनके परिजनों से भी मुलाकात की।इसके बाद अफसरों ने बिलहरा में सात लोगों की मौत होने की बात स्वीकार की, लेकिन बुखार से मौत होने की बात को सिरे से नकार दिया। जबकि मृतकों के परिजनों ने बुखार से ही मौत होने की बात कहते रहे।
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