बरेली: डेलापीर तालाब पर बना अवैध मकान भी ध्वस्त, नगर निगम का चला बुलडोजर

बरेली: डेलापीर तालाब पर बना अवैध मकान भी ध्वस्त, नगर निगम का चला बुलडोजर

बरेली, अमृत विचार। बरेली में नगर निगम का बुलडोजर डेलापीर स्थित तालाब के अवैध कब्जों पर बीते कई दिनों से गरज रहा है। नगर निगम की टीम ने गुरुवार को डेलापीर तिराहे के पास तालाब की जमीन पर बनीं दुकानों को ध्वस्त किया था। साथ ही एक मकान को तोड़ने से पहले अफसरों ने सामान शिफ्ट करने के लिए दो दिन की मोहलत दी थी।

वहीं आज एक बार फिर अपर नगर आयुक्त अजीत कुमार सिंह और अतिक्रमण प्रभारी ललतेश कुमार की टीम बुलडोजर के साथ पहुंची। जहां तालाब पर बने अवैध मकान को जमींदोज कर दिया गया। हालांकि दो दिन की मोहलत मिलने के बाद कब्जाधारी ने मकान का सामान और खिड़की, दरवाजों समेत अन्य लोहे का सामान निकाल लिया था। वहीं अतिक्रमण हटाने के दौरान टीम को विरोध का भी सामना करना पड़ा।

आपको बता दें, डेलापीर तिराहे के पास स्थित तालाब को पाटकर लोगों ने अवैध कब्जा लिया था, जिसको हटाने की नगर निगम ने कब्जाधारियों को कई बार चेतावनी भी दी, लेकिन उन्होंने कब्जा नहीं हटाया। जिसके बाद नगर निगम ने कार्रवाई करते हुए अवैध कब्जों पर बुलडोजर चलाना शुरू कर दिया। इससे पहले निगम की टीम ने गुरुवार को तालाब की जमीन पर बनीं पांच दुकानों को ध्वस्त किया था।

जिसके अगले दिन शुक्रवार दोपहर जब नगर निगम की टीम मलबा उठाने पहुंची तो महिलाएं अफसरों को भलाबुरा कहने लगीं। जबकि पुरुष अफसरों को वह पत्र दिखाने लगे जिसमें उन्होंने सामान हटाने का दो दिन का समय दिया था। इस दौरान अतिक्रमण हटाओ अभियान के प्रभारी ललतेश सक्सेना कहते रहे कि वह मलबा उठाने आए हैं, लेकिन महिलाओं ने जेसीबी को आगे नहीं बढ़ने दिया।

वहीं अपर नगर आयुक्त अजीत कुमार सिंह का कहना था कि नगर निगम की ओर से दो दिन की मोहलत का कोई पत्र नहीं दिया गया है। गुरुवार को मौके पर छोड़े गए मलबे में काफी लोहा और लकड़ी का सामान था, लेकिन अवैध कब्जेदारों ने शुक्रवार सुबह उसे कबाड़ में बेच दिया। वहीं आज पहुंची नगर निगम की टीम ने दो दिन की मोहलत के बाद अवैध मकान को भी बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया।

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