काशीपुर: ढेला नदी में समाए 5 मकान, एक गिरने की जद में

काशीपुर: ढेला नदी में समाए 5 मकान, एक गिरने की जद में

काशीपुर, अमृत विचार। ढेला नदी के कटाव से मकानों के गिरने का सिलसिला जारी है। गुरुवार को एक और मकान नदी में समा गया। 72 घंटे में नदी के कटाव से 5 मकान भरभरा कर गिर चुके हैं। हालांकि प्रशासन ने नदी के रुख को देखते हुए इन मकानों को पूर्व में ही खाली करा लिया था। जिससे कोई जनहानि नहीं हुई। प्रशासन पोकलैंड मशीन लगाकर नदी का रुख बदलने का प्रयास कर रहा है। जिससे और मकान नदी की चपेट में आने से बच जाएं।

बता दें कि दो दिन पूर्व हुई मूसलाधार बारिश से ढेला नदी उफान पर थी। जिससे नदी ने अपना रुख नदी किनारे बने मकानों की ओर कर लिया। पानी के बहाव से हो रहे भू-कटाव को देखते हुए प्रशासन ने पूर्व में ही यहां बने मकानों को खाली करा दिया था। लेकिन नदी का पानी यहां लगातार कटाव करने में लगा हुआ था। पिछले 72 घंटे में यहां बने 5 मकान ढेला नदी में समा चुके हैं। जबकि तीन मकानों और वहां स्थित शिव मंदिर की दीवारों में दरार आ गई है।

प्रशासन ने शिव मंदिर के आसपास पिचिंग करा दी है। उधर ढेला नदी के आसपास रहने वाले के डरे-सहमे रात-रात भर जाग कर दिन गुजार रहे हैं। ढेला नदी में आई बाढ़ इस साल ढेला बस्ती व मधुवन नगर के लिए मुसीबत बनकर आई है। प्रशासन के मुताबिक रविवार की देर रात से बुधवार की दोपहर तक जहीन अहमद, तोकीरन, मुस्तरी, मो. शफीक और लज्जावती के मकान गिर चुके हैं। हालांकि कोई जनहानि नहीं हुई है। पूर्व पार्षद अब्दुल कादिर ने बताया कि अभी तक पीड़ितों की खोज खबर लेने सांसद, विधायक या फिर कोई अन्य जनप्रतिनिधि मौके पर नहीं पहुंचा है। केवल एसडीएम व तहसीलदार ही आए हैं। 

अब तक कुल पांच मकान नदी में समा चुके हैं। जबकि एक मकान नदी की ओर झुक गया है, जो कभी भी गिर सकता है। हालांकि मकान गिरने से कोई जनहानि नहीं हुई है। प्रशासन ने पूर्व में ही यहां बने मकानों को खाली करा राहत शिविर में पहुंचा दिया था। प्रशासन नदी का रुख मोड़ने का प्रयास कर रहा है। ताकि अन्य मकानों को बचाया जा सके।

-यूसुफ अली, तहसीलदार