मुरादाबाद: भाजपा नेता का थानाध्यक्ष पर गंभीर आरोप, वीडियो में जहर पीने का कारण बताया
मुरादाबाद, अमृत विचार। भाजपा किसान मोर्चा के जिला मंत्री वीर सिंह का प्रकरण तूल पकड़ता जा रहा है। पीड़ित द्वारा जारी वीडियो बनाकर वायरल हो रहा है। इसमें पीड़ित ने जिम्मेदारों पर कई सवाल उठाए हैं। मंदिर पहुंचकर जहरीला पदार्थ के सेवन की कहानी का विवरण आम किया है। वायरल वीडियो में कांठ थानाध्यक्ष संजय पांचाल समेत कई लोगों को कठघरे में खड़ा किया है।
वीर सिंह महानगर के रामगंगा विहार कॉलोनी फेज-दो के गुप्ता नर्सिंग होम में शनिवार शाम से भर्ती हैं। वीडियो में वीर सिंह अपने हितैषियों से कह रहे हैं कि लाडलाबाद मंदिर और परिसर में जो सीसी कैमरे लगे हैं, उनके फुटेज निकलवा कर मुझे व मेरे परिवार को इंसाफ दिलाना। गुहार कर रहे हैं सत्ताधारी दल में रहते हुए भी उन पर चार बार हमले हुए हैं।
वह अपनी बिरादरी वालों से कह रहे हैं कि उस का ही समर्थन करो। आरोप है कि शिव मंदिर समिति के अध्यक्ष महावीर सिंह और थानाध्यक्ष कांठ संजय पांचाल उन्हें परेशान कर रहे हैं। प्रशासन उन्हें फंसाना चाहता है।
कहते हैं कि पुलिस प्रशासन व सत्ताधरी नेताओं की वजह से डिप्रेशन में आ गए हैं। उन्हें तीन दिन पहले मंदिर परिसर से ही महावीर सिंह व उनके समर्थकों ने पकड़कर कमरे में बंद कर चार घंटे तक बंधक बनाए रखा, मारापीटा।
खबर पाकर घर वाले आए तो उन्हें भी मारापीटा। वीर सिंह छजलैट कस्बे के रहने वाले हैं। फिलहाल, इस मामले में शनिवार को थानाध्यक्ष संजय पांचाल ने कहा था कि भला वह वीर सिंह को क्यों परेशान करेंगे? वीर सिंह की तरफ से उन्होंने महावीर के विरुद्ध केस भी दर्ज कर लिया है। खबर है कि घटना के दिन शुक्रवार को ही पुलिस मंदिर परिसर में लगे कैमरों की डीवीआर निकाल ले गई है।
फिरौती के दो लाख न देने पर वीर की मां-पत्नी को भी पीटा
29 जुलाई को कांठ थाने में दर्ज हुई एफआईआर में महावीर सिंह व उसके साथी रामचंद्र सिंह नामजद और कई अज्ञात हैं।
प्राथमिकी के मुताबिक, घटना 28 जुलाई की शाम की है। वीर सिंह की तरफ से पुलिस को बताया है कि वीर सिंह का महावीर सिंह से भूमि विवाद चल रहा है। हर रोज की तरह वीर सिंह शुक्रवार शाम 5:30 बजे भी शिव मंदिर पहुंचे थे। यहां योजनाबद्ध तरीके से पहले से मौजूद महावीर सिंह ने 20 से अधिक लोगों को एकत्र कर रखा था।
वीर सिंह को देखते ही इन लोगों ने बंधक बना लिया। अपहरण कर मंदिर परिसर से अलग ले जाकर जान से मारने की नियत से धारदार हथियार व लाठी-डंडों से हमला बोल दिया। वीर सिंह के विनती करने पर हमलावर महावीर सिंह व रामचंद्र सिंह ने उनसे कहा कि अपने घर फोन करो और दो लाख रुपये फिरौती मांगने को कहा।
जिस पर वीर सिंह ने मां प्रेमवती व पत्नी सुनीता को फोन कर बुलाया। मां-पत्नी के पैसे न लाने पर इन लोगों ने उन्हें भी मारा। परिजन के शोर मचाने पर कुछ अन्य लोग पीड़ितों की मदद में आए गए। भीड़ बढ़ते देख हमलावर झूठे केस में फंसाने की धमकी देते हुए निकल गए।
मंदिर पुजारी ने वीर सिंह के मामले को बताया ड्रामा
शिव मंदिर के पुजारी अरविंद ने बताया कि मंदिर के अंदर, बाहर और धर्मशाला में कुल छह सीसी कैमरे लगे हैं। इन कैमरों का डीवीआर पुलिस घटना के दिन ही शुक्रवार को जांच के लिए ले गई थी। पुजारी ने वीर सिंह के पूरे मामले को ड्रामा करार दिया है।
कहा, शनिवार शाम करीब 7:50 बजे वीर सिंह ने बीमारी का ड्रामा बनाया तो उन्होंने ही उसे सीएचसी ले जाकर भर्ती कराया था। उन्होंने यह भी कहा कि वीर सिंह मंदिर की व्यवस्था को बदनाम करना चाहते हैं। कहा, मंदिर समिति का वीर सिंह से किसी भी तरह का कोई जमीनी विवाद नहीं है।
पहले गवाहों के बयान तो हों...
कांठ थानाध्यक्ष के सीयूजी नंबर पर एसएसआई सुभाष चंद्र ने बताया कि वीर सिंह सैनी की तहरीर पर महावीर व अन्य के विरुद्ध केस लिखा गया है। गिरफ्तारी से पहले गवाहों के बयान होंगे। वीर सिंह या अन्य घायलों की मेडिकल रिपोर्ट भी अभी नहीं आई है।
महावीर व वीर सिंह के बीच में आपस में लड़ाई-झगड़ा हुआ था। इन दोनों की तहरीर आई थी। इसमें महावीर ने मंदिर पर लड़की से छेड़खानी के आरोप में वीर सिंह के विरुद्ध तहरीर दी थी, जबकि वीर सिंह ने मारपीट की तहरीर दी। वीर सिंह की तहरीर पर केस दर्ज कर लिया गया है। शनिवार को मंदिर पर जाकर वीर सिंह ने जहरीला पदार्थ खा लिया। पुलिस को जानकारी हुई तो वीर सिंह को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
-संदीप कुमार मीना, एसपी देहा
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