बरेली: पढ़े-लिखे लोग बच्चों को टीका लगवाने में पीछे
टीकाकरण में शहरियों की तुलना में ग्रामीण आगे, स्वास्थ्य विभाग की टीमें लोगों को करेंगी जागरूक

बरेली, अमृत विचार : बच्चों को गंभीर बीमारियों से बचाने के लिए टीकाकरण जरूरी है, मगर शहरी क्षेत्र में पढ़े-लिखे लोग बच्चों को टीका लगवाने में पिछड़ रहे हैं, जबकि ग्रामीण क्षेत्र में टीकाकरण की स्थिति शहर की तुलना में बेहतर है। हालांकि, शहरी क्षेत्र में अभियान चलाकर लोगों को जागरूक करने के लिए विभाग ने टीमों को प्रशिक्षण दिया है।
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केंद्र सरकार ने खसरा, रुबेला उन्मूलन करने का लक्ष्य दिसंबर 2023 तक रखा है। इस बीमारी के उन्मूलन के लिए जनपद में शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों के लिए विशेष टीकाकरण अभियान चल रहा है।
जिला प्रतिरक्षण कार्यालय से मिले आंकड़ों के अनुसार 2023 में शासन की ओर से देहात क्षेत्र में 99455 बच्चों को प्रतिरक्षित करने का लक्ष्य निर्धारित किया था, जिसके सापेक्ष 92319 बच्चों को टीका लगाया जा चुका है। शहरी क्षेत्र के लिए 38392 बच्चों का लक्ष्य रखा गया था, जिसके सापेक्ष 34162 बच्चों को टीका लगाया जा चुका है। देहात क्षेत्र में लक्ष्य के सापेक्ष 92.8 और शहरी क्षेत्र में 88.98 फीसदी लक्ष्य पूर्ण किया गया है।
छुट्टी वाले दिन टीकाकरण, फिर भी रुचि नहीं ले रहे शहर वाले: टीकाकरण की प्रगति रिपोर्ट ग्रामीण इलाकों में बेहतर रहती है, लेकिन शहर वाले हर बार पिछड़ जाते हैं। शहर में 10 प्रतिशत हर बार टीकाकरण कम रहता है।
स्वास्थ्य विभाग के अफसरों के मंथन के बाद सामने आया कि नगरीय क्षेत्र के लोग नौकरीपेशा होने के कारण छुट्टी न मिलने के चलते टीकाकरण कराने से वंचित रह जाते हैं। ऐसे में रविवार को भी नगरीय स्वास्थ्य केंद्र पर टीकाकरण की व्यवस्था की गई। उसके बाद भी लोग टीकाकरण कराने में रूचि नहीं ले रहे हैं।
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