हल्द्वानी: सिंचाई विभाग ने किया नहर कवरिंग से मिट्टी चोरी के आरोपों को सिरे से खारिज

हल्द्वानी: सिंचाई विभाग ने किया नहर कवरिंग से मिट्टी चोरी के आरोपों को सिरे से खारिज

हल्द्वानी, अमृत विचार। सिंचाई विभाग ने नगर निगम के समीप हो रही नहर कवरिंग से मिट्टी चोरी के आरोपों को सिरे से खारिज किया है। दावा है कि मिट्टी का इस्तेमाल दीवार बनाने के लिए किया जा रहा है। 

ईई केएस बिष्ट ने बताया कि सिंचाई विभाग की ओर से नगर निगम कार्यालय से शिव मन्दिर नवाबी रोड तक नहर कवरिंग की जा रही है। इसके लिए लोनिवि से मिले 637.53 लाख रूपये मिले हैं। बीती 23 मई 2022 को इसका ठेका घनश्याम तिवारी को दिया गया है। जानकारी मिली है कि नहर कवरिंग में अवैध खनन हो रहा है जो कि पूरी तरह निराधार है। अनुबंध के अनुसार दीवार बनाने को खुदान किया जा रहा है।

दीवार खुदान के दौरान जो मिट्टी बचेगी, उसको नई दीवारें बनाने में प्रयोग किया जाएगा। इसके बाद जो मलवा बचता है, अनुबंध के मुताबिक ठेकेदार के बीजक से रॉयल्टी शुल्क 79 हजार राजकीय कोष में जमा करा दिया गया है।  बिष्ट ने कहा कि बैकफिलिंग के पश्चात भविष्य में जो भी मिट्टी/मलबा निकलेगा निर्धारित स्थान पर फिंलिग के लिए निस्तारित किया जाएगा। जहां नहर कवरिंग हो गई है, वहां से बची हुई मिट्टी-मलबा 125 डंपरों से नगर निगम की ओर से  चिन्हित एफटीआई व महात्मा गांधी इंटर कॉलेज के समीप गड्ढे भरान में इस्तेमाल किया गया है। नहर कवरिंग के लिए 3,000 घनमीटर पत्थर की आवश्यकता है। पत्थरों के अवैध खनन की सूचना तथ्यहीन है।

140 मीटर तक हो गई नहर कवरिंग
नगर निगम के समीप एसबीआई से शिव मंदिर तक नहर कवरिंग कर रहा है। इसमें 140 मीटर की कवरिंग हो गई है। इनमें 467 प्री कास्ट स्लैब बिछाए गए हैं। नहर के बाएं पार्श्व में 516 और दाएं पार्श्व में 425 मीटर लाइनिंग पूरी हो गई है। बारिश से पहले काम पूरा कर लिया जाएगा।

अगर सही जांच हुई तो हो जाएगा दूध का दूध, पानी का पानी
हल्द्वानी : विधायक सुमित हृदयेश ने कहा कि सिटी मजिस्ट्रेट व एसडीएम की फर्जी अनुमतियां बनाकर उपखनिज को इधर-उधर किया गया है। इस मामले में एफआईआर दर्ज हो चुकी है। यदि बिना किसी राजनैतिक दबाव के इसकी जांच होती है तो अवैध खनन और अवैध खनन करने वाले बेनकाब हो जाएंगे।