राजस्थान पुलिस ने अपराधियों पर कसा शिकंजा, एक महीने में 13000 वांछित अपराधी गिरफ्तार: डीजीपी
जयपुर। राजस्थान के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) उमेश मिश्रा ने सोमवार को कहा कि पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ शुरू किए गए विशेष अभियान के तहत एक महीने में लगभग 13000 वांछित अपराधियों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने कहा कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा एवं इसे और गति दी जाएगी।
पुलिस मुख्यालय में मिश्रा ने संवाददाताओं से कहा कि राजस्थान पुलिस ने अपराधियों एवं आपराधिक घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए राज्य स्तरीय विशेष अभियान मार्च में शुरू किया जिसके तहत अब तक विभिन्न अपराधों में वांछित 12,895 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है और उनमें जघन्य अपराध में वांछित 433 अपराधी शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि इसी अभियान के तहत समूचे राज्य में समन्वित तरीके से चलाए गए इस अभियान के तहत अब तक 5,137 टीमों ने लगभग 13,600 हजार जगहों पर दबिश दी तथा कुल 690 आग्नेयास्त्रों एवं 1062 कारतूस बरामद किए गए। उन्होंने कहा कि इस अभियान में वे गिरोह भी पुलिस के निशाने पर रहे जो कारोबारियों एवं नागरिकों को अवैध वसूली के लिए टेलीफोन पर धमका रहे थे।
उन्होंने कहा कि कुछ अपराधी देश से बाहर बैठकर भी इस अपराध को अंजाम दे रहे थे अतः उनके विरुद्ध भी इंटरपोल के माध्यम से शिकंजा कसा जा रहा है। पुलिस महानिदेशक ने बताया कि ऐसे ही एक अपराधी रोहित गोदारा का ‘रेड नोटिस’ जारी किया जा चुका है जबकि अनमोल बिश्नोई तथा गोल्डी बराड़ के खिलाफ ‘रेड नोटिस’ जारी कराने के लिए कार्रवाई चल रही है।
उन्होंने ने दावा किया कि इस अभियान के तहत धौलपुर में गैंग जमाने की कोशिश कर रहे दस्यु केशव गुर्जर एवं उसकी गैंग का सफाया किया गया है। उनका कहना था कि अपराधी लॉरेंस बिश्नोई गैंग के अधिकांश सदस्यों की गिरफ्तारी एवं हथियारों की जब्ती के बाद राजस्थान में इस गैंग की गतिविधियों पर विराम लग चुका है।
ये भी पढ़ें- अगले 20-30 साल में भारत होगा विश्वगुरु, यह मेरा आत्मविश्वास, कोई तर्क के आधार पर हमसे बहस नहीं कर सकता : मोहन भागवत