लखनऊ: जरा रहें सजग, ताक में बैंठे हैं Cyber ठग, राजधानी में लगातार बढ़ रही जालासाजी की घटनाएं
लखनऊ, अमृत विचार। इन दिनों राजधानी में जालासाजी की घटनाएं बढ़ती जा रही है। जालसाज हर दूसरे दिन किसी न किसी को अपना शिकार बना रहे हैं। वहीं लखनऊ पुलिस के अलावा भारत सरकार के साइबर क्राइम पोर्टल का ट्विटर हैंडल 'साइबर दोस्त' जालसाजों से बचने के लिए चेतावनी भी दे रहा है। बावजूद इसके साइबर ठगी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। इसी कड़ी में गोमतीनगर विस्तार और पीजीआई कोतवाली पुलिस ने जालसाजों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर साइबर क्राइम सेल यूनिट को जांच सौंप दी है।
गौरतलब है कि गोमतीनगर विस्तार कोतवाली क्षेत्र अन्तर्गत सेक्टर- 4 निवासी काशीनाथ तिवारी का पीएनबी में बचत खाता है। गत 03 फरवरी को वह गोपीगंज स्थित एक एटीएम बूथ से रुपया निकाले गए थे। स्वाइप करते वक्त मशीन में उनका कार्ड फंस गया। इसी बीच बूथ के बाहर खड़ा जालसाज उनकी मदद करने पहुंचा और बातों में फंसाकर उसने पीड़ित का एटीएम कार्ड बदल दिया।
पीड़ित ने बताया कि गत 03 फरवरी से 8 फरवरी के बीच जालसाज ने उनके एटीएम कार्ड का गलत इस्तेमाल कर खाते से चार लाख की रकम निकाल ली। जब पीड़ित को रूपयों की निकासी की जानकारी हुई तब उन्होंने गोमतीनगर विस्तार कोतवाली में तहरीर देते हुए प्राथमिकी दर्ज करवाई है। थाना प्रभारी विनय कुमार कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि एटीएम बूथ के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। जल्द ही जालसाज की गिरफ्तारी की जाएगी।
दूसरी घटना : मोबाइल हैक पर खाते से निकाले 33 हजार रुपये
गोमतीनगर विस्तार थाना प्रभारी विनय कुमार कुमार चतुर्वेदी के मुताबिक, अलकनंदा आपर्टमेंट निवासी कार्तिकेय यादव ने साइबर ठगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाई है। गुरूवार को साइबर ठग ने उन्हें कॉल कर एनीडेस्क मोबाइल ऐप डाउनलोड कराया। फिर मोबाइल हैक कर खाते से 33 हजार रुपये निकाल लिए। ठगे जाने के बाद पीड़ित ने गोमतीनगर विस्तार कोतवाली में तहरीर दी है।
तीसरी घटना : क्रेडिट कार्ड की लिमिट के नाम पर खाते से निकाले 14 हजार
पीजीआई कोतवाली अन्तर्गत शिव विहार कॉलोनी, तेलीबाग निवासी सुधीर कुमार के मुताबिक, गत 08 फरवरी दोपहर 1:30 बजे एक जालासाज ने उन्हें कॉल कर क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने की बात कही थी। जालसाज के झांसे में आकर पीड़ित ने कार्ड सम्बन्धित जानकारी साझा कर दी थी। जिसके बाद जालासाज ने पीड़ित के खाते से 14 हजार रुपये निकाल लिए थे। ठगे जाने के बाद पीड़ित ने साइबर क्राइम सेल में शिकायत दर्ज कराई थी।
ऑडियो क्लिप से संदेश
साइबर ठगी से बचने के लिए भारत सरकार के साइबर पोर्टल पर भी विभिन्न निर्देश दिए जा रहे हैं। साइबर ठगी से बचने के लिए ई-मेल स्कैम और फिशिंग, पहचान की चोरी,अश्लील सामग्री, ऑनलाइन घोटाला या फ्रॉड से बचने के लिए ऑडियो क्लिप के जरिए लोगों को चेतावनी भी दी जा रही है। जालसाजी का शिकार हुए लोगों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर दिया गया है। जिसमें ऑनलाइन शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
नाबालिगों के लिए सुरक्षा टिप्स
नाबालिगों को अपराध प्रवृति से मोड़ने के लिए साइबर पोर्टल पर बच्चों के लिए इंटरनेट सुरक्षा टिप्स दिए गए हैं। जिसमें इंटरनेट के कम इस्तेमाल से लेकर, गोपनीय पासवर्ड और अभिभावकों को बच्चों पर निगरानी रखने के लिए तमाम प्रकार की युक्तियां दी गई है, ताकि पढ़ने- लिखने वाली उम्र में बच्चों के अंदर अपराध की प्रवृत्ति पनप न पाया।
इस तरह करते हैं ठगी
एसीपी साइबर सेल त्रिवेणी ने बताया कि जालसाज कम ब्याज का लोन दिलवाने के बहाने अथवा खाते से सम्बन्धित महत्वपूर्ण जानकारी हासिल कर ठगी करते हैं। इसके अलावा शादी के नाम पर, बोनस विदड्रॉ, फ्री मोबाइल डाटा, ऑनलाइन शॉपिंग, ऑफर, लकी ड्रा का प्रभोलन देकर लोगों को अपना शिकार बनाते हैं। फिर उनकी गाढ़ी कमाई हजम कर जाते हैं।
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