एप्पल के चीनी आपूर्तिकर्ता भारत में संयुक्त उद्यम बनाने के लिए सरकार से जल्द लेंगे मंजूरी
नई दिल्ली। आईफोन विनिर्माता एप्पल के अनेक चीनी आपूर्तिकर्ता भारत में संयंत्रों की स्थापना के लिए घरेलू कंपनियों के साथ संयुक्त उद्यम बनाने के लिए सरकार से जल्द ही मंजूरी लेने का प्रयास करेंगे क्योंकि कैलिफोर्निया स्थित कंपनी स्थानीय स्तर पर क्षमता निर्माण करना चाहती है। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
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इन आपूर्तिकर्ताओं को इस विषय में मंजूरी की आवश्यकता इसलिए है क्योंकि सरकार के प्रत्यक्ष विदेशी निवेश दिशानिर्देशों के तहत पड़ोसी देशों की कंपनियों को निवेश के लिए सरकार की मंजूरी लेने की अनिवार्यता होती है। सूत्रों के मुताबिक, सरकार ने चीन के कई आपूर्तिकर्ताओं को कुछ शुरुआती मंजूरियां दी हैं।
उन्होंने बताया कि एप्पल को चीन स्थित आपूर्तिकर्ताओं को लेकर कुछ चिंता है और उन्होंने सरकार के साथ इस मुद्दे पर अनौपचारिक रूप से चर्चा की है। कंपनी ने आपूर्तिकर्ताओं की सूची भी अनौपचारिक रूप से साझा की है जिनमें से कई को मंजूरी भी मिल जाएगी क्योंकि सरकार को उनसे कोई परेशानी नहीं है। वहीं सरकार भी स्थानीय क्षमता के विकास को लेकर उत्सुक है ताकि ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत विनिर्माण को बढ़ावा दे सके। सूत्रों ने बताया, ‘‘एप्पल इन आपूर्तिकर्ताओं के लिए रास्ता बनाएगी और वे जल्द ही आवेदन देंगे।
उन आपूर्तिकर्ताओं का साझेदार स्थानीय होगा।’’ वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को कहा था कि आईफोन की कंपनी एप्पल भारत में विनिर्माण बढ़ाने की योजना बना रही है। उन्होंने कहा था कि अनुकूल कारोबारी माहौल वैश्विक कंपनियों को यहां उनका आधार बनाने में मदद कर रहा है।
कुछ विदेशी कंपनियों की सफलता की कहानी साझा करते हुए गोयल ने कहा था कि एप्पल पहले से ही अपने कुल विनिर्माण का 5-7 प्रतिशत भारत में करती है। उन्होंने कहा कि ‘‘अगर मैं गलत नहीं हूं, तो वे भारत में 25 प्रतिशत तक विनिर्माण का लक्ष्य बना रहे हैं। उन्होंने अपने हालिया मॉडल भारत से पेश किए। इन मॉडल का विनिर्माण भारत में ही हुआ था।’’
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